हाथरस। कांशीराम टाउनशिप में मकानों के आवंटन में हुई धांधली की जांच में जालसाजी का सच सामने आने लगा है। सोमवार को टाउनशिप के दो ब्लॉकों में हुई जांच में न केवल कई मकानों पर ताले लगे मिले, बल्कि कुछ मकान ऐसे भी थे, जिनका आवंटन एक ही परिवार के दो लोगों के नाम कर दिया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बंद मकानों को आबाद दिखाने के लिए दलालों की टोली के कुछ सदस्य जांच अधिकारियों पर दबाव बनाते हुए भी दिखे। अब जांच अधिकारी उनके दबाव से कितने प्रभावित हुए हैं, इसका पता भी उनकी जांच रिपोर्ट से चल जाएगा।
कांशीराम टाउनशिप में 200 से ज्यादा मकानों के फर्जी दस्तावेजों से आवंटन के मामले की जांच के लिए डीएम ने पिछले दिनों 30 से ज्यादा जिला स्तरीय अफसरों की टीमें बनाई हैं। इन टीमों को 25 मई तक जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। हर टीम को जांच के लिए अलग-अलग ब्लाक भी आवंटित किए गए हैं। यह टीमें इन-दिनों शिद्दत से जांच में जुटी हुई हैं। सोमवार को भी कुछ टीमें जांच के लिए टाउनशिप पहुंचीं और टाउनशिप के ब्लॉक संख्या 10 और 11 के सभी आवंटनों की जांच की। ब्लाक संख्या 10 की जांच में टीम को चार मकानों पर ताला मिला, लेकिन वहां कुछ लोगों ने टीम पर इन मकानों को आबाद दिखाने के लिए दबाव डाला। टीम के सदस्य इन लोगों के साथ एकांत में गए और फिर इनके बीच क्या बात हुई, यह ही जानते हैं। इस ब्लाक में एक मकान ऐसी महिला के नाम आवंटित था, जिसकी शादी हो चुकी है, लेकिन उसने विधवा बनकर यह मकान हथिया लिया है। महिला ने खुद को जिस व्यक्ति की विधवा दिखाया है, उसका निजी मकान यहां इगलास अड्डे पर है। इसी ब्लाक में इस महिला की मां को भी मकान मिला हुआ है यानि एक ही परिवार के दो लोगों ने यहां मकान आवंटित करा लिए।
इसी तरह ब्लाक 11 में एक व्यक्ति के नाम से दो मकानों का आवंटन हुआ है। यह व्यक्ति भी इगलास अड्डा का रहने वाला है। इस ब्लॉक में भी टीम को चार मकान बंद मिले हैं। इससे पहले भी कुछ टीमें टाउनशिप के कुछ ब्लॉकों में आवंटनों की जांच कर चुकी हैं। उन्हें भी बड़े पैमाने पर कमियां मिली हैं। अभी टीमों के पास जांच पूरी करने के लिए चार दिन का वक्त और बाकी है। ऐसे में टाउनशिप ही नहीं, बल्कि शहर की नजरें इस जांच के नतीजे पर हैं।