सादाबाद। गांव मई स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में एक किसान के नाम पर किसी अन्य व्यक्ति ने फर्र्जी खसरा खतौनी और हस्ताक्षरों के सहारे 5 लाख रुपये का ऋण ले लिया। इस मामले में पीड़ित किसान ने थाने में तहरीर दी है। पीड़ित किसान को इसकी जानकारी तब हुई जब बैंक का नोटिस वसूली के लिए उसके पास पहुंचा।
थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत मिढ़ावली के माजरा पोलरा निवासी छिद्दा पुत्र जोती ने थाने में दी गई तहरीर में कहा है कि उसने किसी भी बैंक से कोई ऋण नहीं लिया है। बैंक के प्रबंधक और फील्ड आफिसर ने धोखाधड़ी और षड्यंत्र के तहत उसकी भूमि पर फर्जी रूप से ऋण कर दिया है। जब उसके पास 15 मई को बैंक का नोटिस पहुंचा तब उसे जानकारी हुई। इस पर वह बैंक गया और जानकारी की तो पता चला कि उसके नाम से बैंक शाखा में ऋण खाता संख्या 096703911100024 खुला हुआ है। जिस पर किसी अन्य व्यक्ति का फोटो लगा हुआ है और फर्जी हस्ताक्षर बने हुए हैं। जबकि वह बिना पढ़ा लिखा व्यक्ति है तथा अपने हस्ताक्षर करना भी नहीं जानता। पीड़ित किसान का आरोप है जब इस मामले की शिकायत उसने शाखा प्रबंधक से की तो शाखा प्रबंधक ने उससे अभद्र व्यवहार किया और गालीगलौज करते हुए कहा कि जो हो गया वह हो गया अब तो ऋण जमा करना ही पड़ेगा। तहरीर में पीड़ित किसान ने यह भी उल्लेख किया है कि शाखा प्रबंधक पूर्व में भी कई अन्य किसानों के नाम से अवैध रूप से फर्जी ऋण करा चुका है तथा शिकायत करने पर स्वयं प्रबंधक द्वारा ऋण का रुपया जमा किया गया है। अब बैंक द्वारा उस पर नोटिस भेजकर दबाव बनाकर उसका शोषण किया जा रहा है। तहरीर में शाखा प्रबंधक व फील्ड आफिसर व इस षड्यंत्र में शामिल लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की मांग की गई है।
सादाबाद। गांव मई स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में एक किसान के नाम पर किसी अन्य व्यक्ति ने फर्र्जी खसरा खतौनी और हस्ताक्षरों के सहारे 5 लाख रुपये का ऋण ले लिया। इस मामले में पीड़ित किसान ने थाने में तहरीर दी है। पीड़ित किसान को इसकी जानकारी तब हुई जब बैंक का नोटिस वसूली के लिए उसके पास पहुंचा।
थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत मिढ़ावली के माजरा पोलरा निवासी छिद्दा पुत्र जोती ने थाने में दी गई तहरीर में कहा है कि उसने किसी भी बैंक से कोई ऋण नहीं लिया है। बैंक के प्रबंधक और फील्ड आफिसर ने धोखाधड़ी और षड्यंत्र के तहत उसकी भूमि पर फर्जी रूप से ऋण कर दिया है। जब उसके पास 15 मई को बैंक का नोटिस पहुंचा तब उसे जानकारी हुई। इस पर वह बैंक गया और जानकारी की तो पता चला कि उसके नाम से बैंक शाखा में ऋण खाता संख्या 096703911100024 खुला हुआ है। जिस पर किसी अन्य व्यक्ति का फोटो लगा हुआ है और फर्जी हस्ताक्षर बने हुए हैं। जबकि वह बिना पढ़ा लिखा व्यक्ति है तथा अपने हस्ताक्षर करना भी नहीं जानता। पीड़ित किसान का आरोप है जब इस मामले की शिकायत उसने शाखा प्रबंधक से की तो शाखा प्रबंधक ने उससे अभद्र व्यवहार किया और गालीगलौज करते हुए कहा कि जो हो गया वह हो गया अब तो ऋण जमा करना ही पड़ेगा। तहरीर में पीड़ित किसान ने यह भी उल्लेख किया है कि शाखा प्रबंधक पूर्व में भी कई अन्य किसानों के नाम से अवैध रूप से फर्जी ऋण करा चुका है तथा शिकायत करने पर स्वयं प्रबंधक द्वारा ऋण का रुपया जमा किया गया है। अब बैंक द्वारा उस पर नोटिस भेजकर दबाव बनाकर उसका शोषण किया जा रहा है। तहरीर में शाखा प्रबंधक व फील्ड आफिसर व इस षड्यंत्र में शामिल लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की मांग की गई है।