हाथरस। बिजली महकमे में इलेक्ट्रॉनिक मीटरों के नाम पर चल रहे गोरखधंधे का खुलासा हुआ है। डिप्टी कलेक्टर ने शहर के आगरा रोड स्थित आवास-विकास कालोनी में एक जेई के घर छापा मारा। इस दौरान अधिकारियों की घर की महिलाओं से तीखी नोक-झोंक भी हुई। यहां से 62 ऐसे इलेक्ट्रानिक मीटर बरामद किए हैं, जोकि चोरी, छेड़छाड़ और सील टैंपर्ड पाए जाने पर उपभोक्ताओं के यहां से उखाड़े गए थे। इन मीटरों से महकमे के साथ उपभोक्ताओं को भी चूना लगाने का खेल लंबे समय से चल रहा था। यह सभी मीटर जेई की सुपुर्दगी में दे दिए गए हैं। इसकी रिपोर्ट डीएम को भी दी गई है। डिप्टी कलेक्टर ऋतु शर्मा को सूचना मिली थी कि एक जेई के घर से मीटरों का गोरखधंधा चल रहा है। यह शिकायत नागरिक कल्याण भ्रष्टाचार एवं अपराध निवारण समिति के महासचिव अजय शर्मा ने की थी। शिकायत पर डिप्टी कलेक्टर ऋतु शर्मा ने बेहद गोपनीय तरीके से आवास-विकास कालोनी में बिजली महकमे के मीटर सेक्शन के जेई के घर में छापा मारा। उन्होंने उपखंड अधिकारी प्रथम उत्तमचंद्र को भी अपने साथ ले लिया था। बड़ी संख्या में फोर्स के अलावा महिला पुलिस भी उनके साथ थी। छापे में इस घर से बड़े पैमाने पर प्रयोगशुदा मीटर बरामद किए गए। कुल 62 ऐसे मीटर यहां से पकड़े गए, जोकि उपभोक्ताओं के यहां से बिजली चोरी, छेड़छाड़, सील टैंपर्ड या गड़बड़ी पाए जाने पर उखाडे़ गए थे। छानबीन में पता चला कि उखड़ने के बाद नियमानुसार यह मीटर परीक्षण खंड में जमा होते हैं। वहां टेस्टिंग के बाद इनकी खराबी को लेकर पूरी रिपोर्ट तैयार की जाती है और इसके आधार पर उपभोक्ता के खिलाफ राजस्व निर्धारण या कानूनी कार्रवाई होती है, लेकिन यह मीटर विभाग में जमा कराने की बजाय जेई के घर में रखवा दिए गए। डिप्टी कलेक्टर ने लिस्ट बनवाने के बाद यह सभी मीटर संबंधित जेई की सुपुर्दगी में दे दिए। इस मामले की रिपोर्ट डीएम को दी गई है। डिप्टी कलेक्टर के मुताबिक, जिन उपभोक्ताओं के यहां से यह मीटर उतारे गए थे, उन्हें बिजली चोरी में फंसाने की धमकी देकर मोटी उगाही की गई और बदले में उनके यहां नए मीटर लगा दिए गए। इन मीटरों के जमा होने से विभाग को जुर्माने की रकम से जो राजस्व मिलता, उसका चूना विभाग को लगा दिया गया। यही नहीं किसी भी उपभोक्ता का खराब मीटर बदलने में इन्हीं पुराने और प्रयोगशुदा मीटरों का प्रयोग किया जा रहा था और विभाग से नए मीटरों का पेमेंट उठाया जा रहा था।