हाथरस। जिले में स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है। दो युवकों से साढ़े 6 लाख की ठगी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि अब ठगी के कुछ और मामले सामने आए हैं। ऐसे दस लोगों ने इसकी शिकायत मंगलवार को एसपी से की। इन लोगों ने बताया कि दलालों ने नौकरी के नाम पर उनसे कुल 9 लाख रुपये ले लिए, फिर भी नौकरी नहीं मिली। पीड़ितों ने जिन दलालों के नाम-पते एसपी को बताए हैं, उससे पता चला है कि बेरोजगारों को ठगने वाले दलालों का जाल हाथरस से लेकर आगरा और पड़ोसी राज्यों तक फैला हुआ है। नौकरी के नाम पर हुई ठगी के इन खुलासों ने न केवल स्वास्थ्य विभाग में खलबली मचा दी है, बल्कि पुलिस और प्रशासन को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। ठगी के शिकार हुए कुछ लोग अपनी शिकायत लेकर मंगलवार को एसपी दफतर पहुंचे और एसपी से मिलकर आपबीती सुनाई। इन लोगों का कहना था कि गिरोह के सदस्य पैसे वापस मांगने पर धमकी दे रहे हैं। ठगी के शिकार यह युवक अलीगढ़, सादाबाद, मथुरा, राया सहित अन्य जिलों के बताए जा रहे हैं। मंगलवार को दस युवकों ने यहां एसपी आफिस पहुंचकर ठगी करने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की। एसपी को दिए पत्र में कहा गया है कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में हेल्थ असिस्टेंट और आफिस रनर के पदों पर नौकरी लगवाने का झांसा देकर आगरा के बृजेश कुमार परमार नाम के व्यक्ति और उसकी इसकी साथी श्रीमती सुमन विला और राजवीर सिंह नामक व्यक्ति ने साढ़े चार-चार लाख रुपये लिए थे। पत्र में कहा गया है कि इन लोगों के साथ हुकुम सिंह निवासी पुन्नेर, जेपी तिवारी वाटर वर्क्स, कृपाल सिंह उर्फ भूरा निवासी बिसावर, गौरव प्रकाश उर्फ पप्पू निवासी मलामई व रनवीर निवासी बिलारा सादाबाद शामिल हैं। शिकायत में कहा गया है कि इन लोगों ने 120 युवकों और 30 लड़कियों को ट्रेनिंग के नाम पर फर्जी तरीके से मेघालय के रिबोही, आसाम, दिल्ली के महिपालपुर में इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ और उसके बाद ग्वालियर भी ले जाया गया और ट्रेनिंग के बाद सभी को घर भेज दिया गया। आरोप है कि ठगों ने 15 दिन बाद नौकरी के लिए कॉल आने की बात कही थी, जो कि आज तक नहीं आई है। इतना ही नहीं इन जालसाजों ने नौकरी के नाम पर युवक-युवतियों को आई कार्ड भी मुहैया करा दिए, लेकिन आज तक नौकरी का ज्वाइनिंग लैटर नहीं मिला है। वह लोग जब इन दलालों से पैसा वापस मांगने पहुंचे तो उन्होंने दो टूक कह दिया कि वह जो चाहे कर लें, लेकिन पैसा अब नहीं मिलेगा। इन लोगों ने एसपी से इन लोगों को गिरफ्तार करके उनका पैसा वापस दिलवाने की मांग की और बताया कि उन्होंने खेतीबाड़ी व अन्य संपत्तियां गिरवी रखकर इस पैसे का इंतजाम किया है। पैसा वापस नहीं मिला तो वह बर्बाद हो जाएंगे।