हाथरस। गोहत्या के विरोध में एसपी ऑफिस पर प्रदर्शन करने पहुंचे हिंदूवादियों पर सोमवार को पुलिस का जमकर कहर टूटा। पुलिस ने हिंदूवादियों को दौड़ा-दौड़ा कर और गिरा-गिरा कर पीटा। इस मौके पर अफरा-तफ री और भगदड़ मच गई। कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईटें भी फेंकी, लेकिन पुलिस के डंडों के आगे वह टिक नहीं सके। तीखी नोक-झोंक और धक्का-मुक्की के बीच पुलिस ने दो महिला नेत्रियों को हिरासत में ले लिया और उन्हें पकड़ कर थाना हाथरस गेट ले गई। कई हिंदूवादी पुलिस के इस लाठी चार्ज में घायल हो हुए हैं।
गोहत्या के विरोध में हिंदूवादी संगठन काफी दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। इसी क्रम में पिछले दिनों हिंदूवादियों ने शहर में हस्ताक्षर अभियान चलाया था। इसी आंदोलन के तहत हिंदूवादियों का एक जुलूस सोमवार को यहां गोशाला से शुरू हुआ। जुलूस में शामिल हिंदूवादी नारेबाजी कर रहे थे। उनके हाथों बैनर, झंडे, तख्तियां लगी थी। इनमें गो हत्या बंद करने, गो हत्या करने वालों और उन्हें संरक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने जैसी मांगें लिखी थी। जुलूस में प्रदर्शनकारी माइक भी साथ लेकर चल रहे थे और उस पर नारेबाजी कर रहे थे। दोपहर एक बजे के लगभग प्रदर्शनकारी एसपी ऑफिस पहुंच गए।
एसपी ऑफिस पहुंचते ही प्रदर्शनकारियों ने माइक पर और तेज बोलना शुरू कर दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। इसी बीच एसपी ऑफिस के अंदर कुछ प्रदर्शनकारी फर्श बिछाकर धरने पर बैठ गए। वहां कुछ पुलिसकर्मी आ गए और इनसे प्रदर्शन करने का कारण पूछा। बातों-बातों में ही हिंदूवादियों का इनसे विवाद हो गया। इसी बीच अपने ऑफिस से एसपी हैप्पी गुप्तन भी बाहर आ गई। बताते हैं कि एसपी ने उनसे यह पूछा कि आखिर उन्होंने इस प्रदर्शन के लिए किससे परमीशन ली है। बातों ही बातोें में वहां और ज्यादा विवाद बढ़ गया। देखते ही देखते पुलिस ने लाठियां संभाल ली और आव देखा न ताव लाठी चार्ज करना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियोें के हाथोें से झंडे और बैनर छीन लिए। कुछ प्रदर्शनकारी तो वहां से बाहर भाग गए लेकिन जो पुलिस के हत्थे चढ़े, उनकी लाठियों से जमकर तुड़ाई की। प्रदर्शनकारियों में काफी महिलाएं भी शामिल थी। यह महिलाएं वहां पुलिसकर्मियोें से उलझ गई। इसी बीच हाथरस गेट थाने फोर्स भी वहां आ गया। धक्का-मुक्की के बीच पुलिस दो महिला नेत्रियोें सुनीता मिश्रा व आशा ठाकुर को पकड़कर अपने साथ ले गई। एक महिला नेत्री का कुर्ता भी फट गया।
इधर, अपने कुछ साथियों को अंदर फंसा देख बाहर सड़क पर पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने ईटें फेंकनी शुरू कर दीं। पथराव होते देख पुलिसकर्मी एनएच पर पहुंच गए और प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। वहां भी अफरा-तफरी मची रही। एनएच पर कुछ समय के लिए जाम लग गया। हालांकि थोड़ी देर में ही एसपी ऑफिस से सारी भीड़ छंट गई। देर शाम पुलिस ने हिरासत में ली गई दोनों महिला नेत्रियों को रिहा कर दिया। पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही थी।