हाथरस/हसायन। 24 साल बाद भी सलेमपुर औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग न लगने से किसानों ने अपनी जमीन वापस पाने की मुहिम तेज कर दी है। सोमवार को चार गांवों के लोगों ने अलीगढ़-हाथरस की सीमा से लगे गांव लक्षिमपुर में सांसद सारिका सिंह बघेल की अगुवाई में जमकर हंगामा किया। किसान मशहूर कॉरपोरेट कंपनी द्वारा इस जमीन पर कब्जा लेने का विरोध कर रहे थे। किसानों का कहना था कि उन्हें किसी भी कीमत पर उनकी जमीन वापस दिलवाई जाए, वरना वह इस जमीन पर कोई काम नहीं होने देंगे। सूचना पर एसडीएम सासनी भी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम ने फिलहाल काम रुकवा दिया है।
सलेमपुर औद्योगिक क्षेत्र में 1990 में यूपीएसआईडीसी ने सूबे के मशहूर कॉरपोरेट घराने मोहन मीकिंस को एथनॉल (बीयर) प्लांट लगाने के लिए 200 एकड़ जमीन आवंटित की थी। आवंटन की शर्त के अनुसार मोहन मीकिंस को यहां ढाई साल के अंदर अपना प्लांट स्थापित करना था, लेकिन करीब 22 साल बाद भी यहां प्लांट नहीं लगाया गया है, बल्कि प्लांट के नाम पर ली गई जमीन पर खेती कराई जा रही है, जबकि किसानों को आश्वासन मिला था कि प्लांट लगने पर यहां उनके परिवार के लोगों को नौकरी मिलेगी और वाजिब मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन आज तक उन्हें कुछ नहीं मिला है। कौड़ियों के भाव ली गई अपनी जमीन पर उद्योग की जगह खेती होते देखकर किसान का कलेजा दुख रहा है। सालों से सलेमपुर, लक्षिमपुर, बहेटा और नगला कांच आदि गांवों के किसान यह कहकर अपनी जमीन वापस मांग रहे हैं।
सोमवार को इन किसानों को सूचना मिली कि मोहन मीकिंज के कर्मचारी उनकी बाकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने इसकी सूचना सांसद सारिका सिंह बघेल को भी दे दी। सांसद अपने पति के साथ वहां पहुंच गईं। उनके नेतृत्व में किसानों ने वहां जमकर हंगामा किया। जमीन पर कब्जा लेने पहुंच कर्मियों को घेरकर खरी-खोटी सुनाई गईं और उनसे साफ कह दिया गया कि अब उन्हें एक इंच भी जमीन नहीं लेने दी जाएगी। सूचना पर मिलने पर एसडीएम सासनी नन्हकू भी वहां पहुंच गए। किसानों ने उन्हें या तो उनकी जमीन वापस दिलवाने या फिर उन्हें नोएडा के बराबर मुआवजा दिलवाने की मांग की। एसडीएम ने उस समय तो जमीन पर कब्जा रुकवा दिया, लेकिन बाद में यह कहकर कार्रवाई करने से मना कर दिया कि यह क्षेत्र अलीगढ़ जिले में आता है। इसके बाद सांसद और एसडीएम वहां से चले गए। किसान इस सिलसिले में जल्द ही डीएम से मिलेंगे।
सांसद ने सूचना देकर मुझे वहां बुलाया था। जिस जगह किसानों ने हंगामा किया है, वह हिस्सा अलीगढ़ जिले की कोल तहसील का है, इसलिए वहां किसी तरह के हस्तक्षेप का मुझे अधिकार नहीं है।
नन्हकू, एसडीएम सासनी