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हाथरस। विकास भवन के दफ्तरों में अफसरों व कर्मियों की मनमानी पर गुरुवार को डीएम की नींद टूटी। डीएम संयुक्ता समद्दर अचानक विकास भवन पहुंच गईं और सभी दफ्तरों को खंगाल डाला। 19 जिला स्तरीय अफसर और कर्मचारी गैरहाजिर मिले। डीएम ने इन अफसरों का न केवल अनुपस्थिति वाले दिनों का वेतन काट दिया है, बल्कि आधा दर्जन अफसरों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ उनकी सर्विस भी ब्रेक कर दी गई है। डीएम के इस सख्त एक्शन ने पूरे जिले के सरकारी अमले में खलबली मचा दी है।
सबसे पहले डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी के दफ्तर में छापा मारा। वह गैरहाजिर मिलीं। उनका जवाब-तलब किया गया है। लघु सिंचाई के दफ्तर में एई गैरहाजिर मिले। पूरे जनवरी महीने में वह 2,18 व 23 जनवरी को तीन दिन ही दफ्तर आए हैं। लिहाजा डीएम ने न केवल अनुपस्थिति के दिनों का वेतन काट दिया, बल्कि उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ सर्विस भी ब्रेक कर दी गई। जिला पंचायतराज अधिकारी के दफ्तर पहुंची डीएम को बताया गया कि डीपीआरओ हसायन में भ्रमण पर हैं, लेकिन मूवमेंट रजिस्टर में इसका ब्यौरा नहीं था। नाराज डीएम ने डीपीआरओ का भी वेतन रोक दिया और उन्हें प्रतिकूल प्रविष्ट देते हुए 24 जनवरी को उनके लिए अकार्य दिवस घोषित कर दिया।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के बारे में बताया कि वह अलीगढ़ गए हैं, लेकिन उनका भी कोई ब्यौरा मूवमेंट रजिस्टर में नहीं था। लिहाजा उनका भी वेतन काटते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई और 24 जनवरी को उनका अकार्य दिवस दर्ज किया। ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के दफ्तर में एक्सईएन व एई नहीं थे। दोनों का स्पष्टीकरण मांगा गया। 8 में से केवल एक जेई मौजूद मिले और सात गैर हाजिर थे। इन सभी का एक दिन का वेतन काटते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी गई है और अकार्य दिवस घोषित कर दिया। अर्थ एवं संख्याधिकारी के यहां अपर सांख्यिकी अधिकारी संजय कुमार 1 जनवरी से ही बिना छुट्टी के अवकाश पर हैं। सहायक संख्याधिकारी विजय कुमार भी 16 मई 2011 से गैर हाजिर हैं। सीडीओ को इन दोनों के खिलाफ अपने स्तर से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वरिष्ठ सहायक मंजू सिंह 23 व 24 जनवरी को गैर हाजिर हैं। लिहाजा इनका वेतन भी रोक दिया गया।
जिला कृषि अधिकारी 22 व 23 को छुट्टी पर थे, लेकिन गुरुवार को भी वह दफ्तर नहीं आए। उनका भी अकार्य दिवस घोषित किया। एक दिन का वेतन काटते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी गई। लिपिक देवेंद्र कुमार व सत्यपाल सिंह का भी गैर हाजिरी पर एक-एक दिन का वेतन काटा गया। जिला विकास अधिकारी कार्यालय के लिपिक प्रभाकर शर्मा के तहसील दिवस और लंबित संदर्भों के रजिस्टर तैयार नहीं थे। लिपिक से 30 जनवरी तक इन रजिस्टरों को पूरा करते हुए सीडीओ से सीन कराने को कहा। समाज कल्याण विभाग में लेखाकार उमेश कुमार बिना अवकाश के अनुपस्थित थे। उनका भी एक दिन का वेतन काट दिया गया।
हाथरस। विकास भवन के दफ्तरों में अफसरों व कर्मियों की मनमानी पर गुरुवार को डीएम की नींद टूटी। डीएम संयुक्ता समद्दर अचानक विकास भवन पहुंच गईं और सभी दफ्तरों को खंगाल डाला। 19 जिला स्तरीय अफसर और कर्मचारी गैरहाजिर मिले। डीएम ने इन अफसरों का न केवल अनुपस्थिति वाले दिनों का वेतन काट दिया है, बल्कि आधा दर्जन अफसरों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ उनकी सर्विस भी ब्रेक कर दी गई है। डीएम के इस सख्त एक्शन ने पूरे जिले के सरकारी अमले में खलबली मचा दी है।
सबसे पहले डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी के दफ्तर में छापा मारा। वह गैरहाजिर मिलीं। उनका जवाब-तलब किया गया है। लघु सिंचाई के दफ्तर में एई गैरहाजिर मिले। पूरे जनवरी महीने में वह 2,18 व 23 जनवरी को तीन दिन ही दफ्तर आए हैं। लिहाजा डीएम ने न केवल अनुपस्थिति के दिनों का वेतन काट दिया, बल्कि उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ सर्विस भी ब्रेक कर दी गई। जिला पंचायतराज अधिकारी के दफ्तर पहुंची डीएम को बताया गया कि डीपीआरओ हसायन में भ्रमण पर हैं, लेकिन मूवमेंट रजिस्टर में इसका ब्यौरा नहीं था। नाराज डीएम ने डीपीआरओ का भी वेतन रोक दिया और उन्हें प्रतिकूल प्रविष्ट देते हुए 24 जनवरी को उनके लिए अकार्य दिवस घोषित कर दिया।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के बारे में बताया कि वह अलीगढ़ गए हैं, लेकिन उनका भी कोई ब्यौरा मूवमेंट रजिस्टर में नहीं था। लिहाजा उनका भी वेतन काटते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई और 24 जनवरी को उनका अकार्य दिवस दर्ज किया। ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के दफ्तर में एक्सईएन व एई नहीं थे। दोनों का स्पष्टीकरण मांगा गया। 8 में से केवल एक जेई मौजूद मिले और सात गैर हाजिर थे। इन सभी का एक दिन का वेतन काटते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी गई है और अकार्य दिवस घोषित कर दिया। अर्थ एवं संख्याधिकारी के यहां अपर सांख्यिकी अधिकारी संजय कुमार 1 जनवरी से ही बिना छुट्टी के अवकाश पर हैं। सहायक संख्याधिकारी विजय कुमार भी 16 मई 2011 से गैर हाजिर हैं। सीडीओ को इन दोनों के खिलाफ अपने स्तर से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वरिष्ठ सहायक मंजू सिंह 23 व 24 जनवरी को गैर हाजिर हैं। लिहाजा इनका वेतन भी रोक दिया गया।
जिला कृषि अधिकारी 22 व 23 को छुट्टी पर थे, लेकिन गुरुवार को भी वह दफ्तर नहीं आए। उनका भी अकार्य दिवस घोषित किया। एक दिन का वेतन काटते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी गई। लिपिक देवेंद्र कुमार व सत्यपाल सिंह का भी गैर हाजिरी पर एक-एक दिन का वेतन काटा गया। जिला विकास अधिकारी कार्यालय के लिपिक प्रभाकर शर्मा के तहसील दिवस और लंबित संदर्भों के रजिस्टर तैयार नहीं थे। लिपिक से 30 जनवरी तक इन रजिस्टरों को पूरा करते हुए सीडीओ से सीन कराने को कहा। समाज कल्याण विभाग में लेखाकार उमेश कुमार बिना अवकाश के अनुपस्थित थे। उनका भी एक दिन का वेतन काट दिया गया।