पिहानी/हरियावां (हरदोई)। मन्नापुरवा में सौ एमबीए का ट्रांसफार्मर फुंकने से पिहानी समेत पूरे जिले में विद्युत आपूर्ति पटरी से उतर गई है। प्रचंड गर्मी में जबरदस्त विद्युत संकट से हाहाकार मचा हुआ है। पावर कारपोरेशन की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर लखनऊ से बिजली लेकर जिला और टाउन को बारी-बारी से दी जा रही है। आपूर्ति ठप होने से पूरा कसबा रातभर अंधेरे में रहा। उधर, हरियावां में बिजली की अघोषित कटौती से उपभोक्ता परेशान हो गए हैं।
शनिवार की शाम मन्नापुरवा विद्युत केंद्र पर सौ एमबीए का ट्रांसफार्मर तेज आवाज के साथ ही खामोश हो गया। इससे पूरे जिले की आपूर्ति बाधित हो गई। भीषण गर्मी में बिजली न रहने से लोग कराह उठे। पूरी रात बिजली न रहने से लोग चैन से नहीं सो पाए। इस बीच नया ट्रांसफार्मर आने तक वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर लखनऊ से लाइन जोड़ कर हरदोई शहर और देहात को थोड़ी-थोड़ी देर बिजली देने के प्रयास किए गए। सुबह 7 से 10 बजे तक पिहानी कसबे को बिजली दी गई और इसके बाद 10 से 3 बजे तक हरदोई शहर को बिजली मिली। फिर तीन बजे से पिहानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई, जो सवा चार बजे शाम तक जारी थी। इस बीच ट्रिपिंग और लोकल फाल्ट का दौर भी बदस्तूर जारी रहा।
जिससे चंद घंटे मिलने वाली विद्युत आपूर्ति का भी लोग ठीक से उपयोग नहीं कर सके। अवर अभियंता हंसराज ने बताया कि नया ट्रांसफार्मर आने तक आपूर्ति शेड्यूल के तहत नहीं मिल सकेगी। लखनऊ से फिलहाल मिल रही बिजली की आपूर्ति एक साथ हर जगह दे पाना संभव नहीं हो पा रहा, इसलिए बड़े अफसरों के निर्देश पर बारी-बारी से आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था बनाई गई है। उन्होंने बताया कि नया ट्रांसफार्मर आने में अभी वक्त लग सकता है और तब तक इसी व्यवस्था के तहत आपूर्ति दी जा सकेगी। नया ट्रांसफार्मर लगते ही आपूर्ति पुराने शेड्यूल के तहत मिल सकेगी। उधर, हरियावां में बिजली की अघोषित कटौती से लोग परेशान हो गए हैं। चंचल तिवारी, भानू, कमल किशोर, पुनीत, रामकिशोर, अमरपाल, सत्यपाल, अरविंद, नन्हें, विजय, अजमत अली, विजय आदि ने बताया कि अघोषित कटौती से सभी नलकूप बंद पड़े हैं। समय से बिजली न मिलने से सिंचाई कार्य भी प्रभावित हो रहे और उनकी फसलें सूख रही हैं। इधर, आधे कसबे में लो वोल्टेज की समस्या से बिजली चालित उपकरण शोपीस बन गए हैं। लोगों का कहना है कि बिजली तो मिलती नहीं, पर उनके बिल प्रतिमाह आ रहे हैं, जिससे लोगों में बिजली विभाग के प्रति रोष पनप रहा है।