हरदोई। कोतवाली शहर क्षेत्र के समुधा गांव के बीडीसी सदस्य ने फांसी लगाकर जान दे दी। बीडीसी सदस्य भाकियू के ब्लाक अध्यक्ष भी थे। उनका शव गांव के बाहर खेत में पेड़ से लटकता मिला। घटना के पीछे पत्नी वियोग की बात बताई जा रही है। शनिवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
सवायजपुर मार्ग स्थित शहर कोतवाली क्षेत्र व बावन विकास खंड के समुधा निवासी जमुना (45) खेतीबाड़ी करते थे और अपनी ग्राम पंचायत से बीडीसी सदस्य के साथ भाकियू बावन विकास खंड के अध्यक्ष भी थे। जमुना के परिवार में उनके तीन पुत्र राहुल (16), आकाश (14), अनुज (11) तथा एक पुत्री चांदनी (12) है। भाई लक्ष्मी नारायण ने बताया कि जमुना की पत्नी छोटी बिटिया की करीब चार वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। जमुना किसान यूनियन के नेता थे, उनके साथ एक महिला भी पदाधिकारी थी और प्रदर्शन में भाग लेती थीं। दोनों में नजदीकी हो गई और करीब दो वर्ष से महिला जमुना के साथ पत्नी के रूप में रहने लगी।कुछ दिन रहने के बाद महिला कहीं चली गई और उसने किसी और से शादी कर ली। पत्नी की मौत और फिर महिला के भी धोखा देने से जमुना टूट गए थे। हालांकि उसके बाद से किसी तरह वह बच्चों के साथ रहते थे। जमुना के भाई लक्ष्मी नारायण और पुत्र राहुल ने बताया कि शुक्रवार की शाम वह धान की पौध की सिंचाई की और आठ बजे खाना खाने को घर आए थे। जिसके बाद फिर खेतों को चले गए। परिजनों ने सोचा कि वह खेत में पंपिंग सेट पर लेट गए होंगे। शनिवार की सुबह जब परिजन खेत की तरफ देखने गए तो जमुना का खेत में ही एक पेड़ से फांसी पर लटकता शव मिला। जानकारी पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतरवाया। हालांकि जमुना के परिवार में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं थी, पर कहीं न कहीं पत्नी के वियोग से वह परेशान रहते थे। भाई और पुत्र व अन्य परिजनों ने जमुना के आत्महत्या करने के पीछे भी पत्नी वियोग की बात बताई है।