हरदोई। हावड़ा से चलकर देहरादून जा रही दून एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से रेल मार्ग प्रभावित हो गया। इसी रूट पर आने वाली आधा दर्जन ट्रेनें शुक्रवार को स्टेशन पर दो से तीन घंटे की देरी से पहुंची। जिससे ट्रेन के इंतजार में यात्रियों बेहाल नजर आए। उधर, इंटरलाकिंग सिस्टम से भी गोंडा से होकर आने वाली ट्रेनें प्रभावित रहीं, जबकि लेट ट्रेनों से लोग लगेज यान में बैठकर यात्रा पूरी की। आसमान से बरसती आग से शुक्रवार का दिन काफी उबला, जिससे ट्रेनों का इंतजार करने वाले भी बेहद परेशान हुए। ज्ञात हो कि दून एक्सप्रेस गुरुवार दोपहर को जौनपुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिससे अप रूट का यातायात प्रभावित होने की संभावना गुरुवार को ही जता दी गई थी। शुक्रवार को कई ट्रेन घंटों देरी से स्टेशन पर पहुंची। इनमें पंजाब मेल डेढ़ घंटा, किसान एक्सप्रेस भी ढाई घंटे की देरी से स्टेशन पर पहुंची। बनारस बरेली एक्सप्रेस तीन घंटे लेट रही, जबकि डुुप्लीकेट भी एक घंटे की देरी से स्थानीय स्टेशन पर पहुंची। मार्ग प्रभावित होने के कारण ट्रेनों को दूसरे रूट से भेजे जाने के कारण डाउन रूट पर भी ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। इनमें बनारस बरेली एक्सप्रेस डेढ़ घंटा, डुप्लीकेट दो घंटे लेट रही। स्टेशन के अफसरों ने बताया कि इन दिनों गोंडा स्टेशन पर सिग्नल की ओपन प्रणाली को इंटरलाकिंग किया जा रहा है। जिस वजह से ट्रेनों को रूट व्यस्त होने से ट्रेनों को रोका जा रहा है। इस वजह से ट्रेन संख्या 5609 गोहाटी एक्सप्रेस दो घंटे तथा डाउन रूट की ट्रेन संख्या 5610 ढाई घंटे लेट रही। वहीं ट्रेन संख्या 4369 त्रिवेणी एक्सप्रेस भी सवा घंटे की देरी से स्थानीय स्टेशन पर पहुंची। ऐेसे में यात्री बेहद परेशान दिखे वहीं ट्रेन में बैठे यात्री भी गर्मी से परेशान रहे। वहीं जब कोई ट्रेन आई तो उसमें बैठने के लिए भी यात्रियों को जद्दोजहद करना पड़ा और कई लोग लगेज यान में बैठ गए।