हरपालपुर। अरवल थाना क्षेत्र के रामगंगा व गंगा नदी के बीच स्थित गढ़िया बारामऊ में घूरे की चिंगारी से लगी आग से 35 घर जलकर राख हो गए। छह घंटे तक चले आग के तांडव में एक घोड़ी की जलकर मौत हो गई है। वहीं करीब 40 लाख के नुकसान का अनुमान है।
बिलग्राम से पहुंची फायर बिग्रेड की टीम व ग्रामीणों के अथक प्रयास के बाद गुरुवार दोपहर लगी आग पर शाम तक काबू पाया जा सका। अरवल थाना क्षेत्र के गढ़िया बारामऊ गांव में गुरुवार की दोपहर करीब 12 बजे घूरे की चिंगारी से कश्मीर के घर में आग लग गई। तेज पछुआ हवाओं से आग की लपटों ने रौद्र रूप धारण कर लिया। जिससे अजब सिंह, नरेंद्र, श्रीकृष्ण, बालकराम, सुशीला, देवेंद्र, जोगेंद्र, मोजीलाल, राकेश, मिथलेश, रघुवीर, वीरपाल, संजीव, मंशाराम, रामकुमार चंद्रपाल, शामल, वीरेंद्र, जानुकी समेत 35 घर जलकर राख हो गए। आगजनी में जेवर कपड़े, नगदी, अनाज समेत घर गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया। अग्निकांड में कश्मीर की एक घोड़ी भी जलकर मर गई।
आग की सूचना पर बिलग्राम से फायर ब्रिगेड की गाड़ी कई घंटे बाद मौके पर पहुंच सकी। रामगंगा व गंगा के बीच तथा काफी सुदूर स्थित गांव होने से फायर ब्रिगेड की गाड़ी बाया फर्रुखाबाद होकर पहुंच सकी। सूचना पर थानाध्यक्ष यदुनंदन यादव, विक्रम वर्मा व लेखपाल सुशील कुमार शुक्ला ने मौके पर पहुंच कर नुकसान का आंकलन किया है। उधर, बीते अगस्त माह में आई बाढ़ में घर गृहस्थी की बर्बादी के साथ फसलें चौपट होने के घाव अभी भर भी न पाए थे कि गुरुवार को गढिया बारामऊ में लगी आग से सब कुछ आग में जलकर राख होने से ग्रामीण पर दुखों का दोहरा पहाड़ टूट पड़ा। घर गृहस्थी का सामान व अनाज आग की भेंट चढ़ जाने से अगिभनपीड़ितों को दो जून की रोटी का संकट बढ़ गया है।