बिलग्राम (हरदोई)। गंगा दशहरा पर श्रद्धालुओं ने जहां गंगा में डुबकी लगाकर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की और ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देकर भक्तों ने पुण्य अर्जित किया। इस मौके पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इधर, भारतीय कृषक दल एवं गंगा प्रदूषण मुक्त समिति ने संयुक्त रूप से राजघाट पर विशेष अभियान चलाकर गंगा तट पर सफाई कार्य कर एक गोष्ठी का आयोजन किया।
राजघाट, सढियापुर, कुसुमखोर, जरैला घाट आदि पर सुबह से ही दूर दराज से श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। इस दौरान आए भक्तों ने गंगा स्नान कर अगरबत्ती, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य के साथ विधि पूर्वक मां गंगा का पूजन अर्चन किया तथा घाटों पर बैठे पंडों को दान व कन्या भोज कराकर पुण्य कमाया। इस मौके पर पंडों ने यजमानों की कलाइयों में रक्षा सूत्र बांधकर मां गंगे से उनके उज्जव भविष्य व जीवन में सुख समृद्धि प्रदान करने की कामना की। वहीं घाटों पर जय मां गंगे के गगन भेदी उद्घोष से वातावरण भक्तिमय हो गया। इधर, जगह जगह भंडारे व कीर्तन आदि संपन्न हुए।
इस मौके पर भारतीय कृषक दल एवं गंगा प्रदूषण मुक्त समिति ने राजघाट पर विशेष अभियान चलाकर गंगा तट पर सफाई कार्य कर एक गोष्ठी का आयोजन किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज दीक्षित की अगुवाई में सुबह 6 से 8 बजे तक विशेष अभियान चलाकर सफाई कार्य किया गया। इसके बाद गोष्ठी में डा. आरपी पाठक ने कहा कि मां गंगा मोक्षदायिनी हैं, उन्हें स्वच्छ रखना सबका क र्तव्य है। यदि मोक्षदायिनी दूषित हो गई तो प्राणी को मोक्ष मिलना असंभव है। कार्यक्रम के निदेशक रामसेवक मिश्रा ने कहा कि गंगा को प्रदूषण बनाने को समय-समय पर विशेष अभियान चलाए जाएंगे, साथ ही तट के किनारे जैविक खेती क रने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा इससे मां गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद मिलेगी। गोष्ठी में बुद्धिसागर शुक्ला, श्यामा कुमार दीक्षित, सतीश चंद्र राव, शिव श्याम शुक्ला, प्रमोद यादव आदि ने गंगा को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया। वही सायंकालीन वेला में मां गंगे की भव्य आरती उतारी गई और भंडारे का भी आयोजन किया गया।