हरदोई। पिछले एक दशक में जिले में ऐसा पहली बार हो रहा है कि गेहूं समर्थन मूल्य क्रय योजना पूरी तरह से दंबगों एवं बिचौलियों की भेंट चढ़ती जा जा रही है। केंद्रों पर प्रभारियों का नियंत्रण नहीं रह गया है। उनके स्थान पर दबंगों तथा बिचौलियों ने कब्जा कर लिया है। सबसे ज्यादा खराब हालत जिला मुख्यालय स्थित मंडी परिसर की है। यहां स्थापित विभिन्न क्रय एजेंसियों के करीब एक दर्जन केंद्रों में कुछ सेंटरों पर दबंगों का कब्जा है। यहां किसान घटतौली से लेकर सुविधा शुल्क देने को मजबूर है। ध्यान रहे कि चंद दिनों पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के राज्य मंत्री नरेंद्र देव सिंह ने जिले के कुछ खरीद सेंटरों का निरीक्षण किया था और माना था कि कुछ सेंटराें पर धांधली हो रही है इसके बाद भी कार्रवाई न होने से दंबगों के हौसले बुलंद है। इसी तरह से घटतौली एवं सुविधा शुल्क का विरोध करने पर मंडी में हुए किसानों पर हमलों के मामले में कार्रवाई न होने से अब किसान सब कुछ सहने को मजबूर है। बताते चले कि जिले में गेहूं समर्थन मूल्य योजना 1285 रुपए प्रति कुंतल के भाव पर किसानों से गेहूं खरीदने के लिए 91 सरकारी क्रय केंद्र खोले गए थे। इसके अलावा करीब 93 आढ़तियों को गेहूं खरीद योजना में शामिल किया गया था हालांकि इसमें से कुछ लोग खरीद से हाथ खड़े कर चुके है। क्रय केंद्रों से लेकर आढ़तियों के यहां तक किसानों को राहत नहीं मिल पा रही है। आलम यह है कि किसान गेहूं से लदी ट्रालियां लाते है और सुविधा शुल्क न देेने पर तौल न होेने से गेहूूं को औने पौने दामों पर बेचने को मजबूर हो जाते है।
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निजी कंपनियों के न आने से रो रहे किसान
हरदोई। पिछले तीन सालों से जिले में गेहूं खरीद के लिए निजी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के बाजार में न आने से गेहूं का भाव मंडी में 1050 रुपए के आस पास चल रहा है। ऐसे में हर किसान समर्थन मूल्य 1285 रुपए पर गेहूं बेचना चाहता है मगर योजना में धांधली होने से उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है और बाजार के न चढ़ने से किसान रोने को मजबूर है। निजी कंपनियों के बाजार में न आने से यहां गेहूं की क्वालिटी को लेकर भी सब कुछ ऐेसे ही चल रहा है सरकारी केंद्र हो या फिर आढ़ती, गेहूं को साफ करने के नाम पर चलना लगाकर भी किसानों का शोषण किया जा रहा है।
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ऐसे हो रहा है खेल
हरदोई। गेहूं समर्थन मूल्य योजना में हाबी दंबग जहां गेहूं की तौल में एक कुंतल में 5 से 10 किलों को हेरफेर कर रहे है वहीं, सुविधा शुल्क के नाम पर किसानों से 100 से 150 रुपए प्रति कुंतल के हिसाब से गेहूं की तौल में गेहूं कम कर देते है और फिर शाम तक सुविधा शुल्क के रूप में काटे गए कुल गेहूं की पर्ची किसी के नाम पर काट कर आपस में बंदरबांट कर लेते है।
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क्या कहते है अधिकारी
हरदोई। इस संबंध में अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र कहते है कि शिकायतें तो मिलती है मगर मौके पर जाने पर कोई बिचौलियां या दंबग नहीं मिल पाता है। किसान परेशान न हो, तथ्यों के साथ मामला प्रस्तुत करे तो किसी भी बख्शा नहीं जाएगा।
आरएफसी को निरीक्षण में एक केंद्र बंद मिला
हरदोई। जिले के दौरे पर आए लखनऊ मंडल के आरएफसी श्रीश दुबे ने शहर में मंडी परिसर स्थित क्र य केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्हें केन्द्रों के बारे में आधी अधूरी जानकारी देकर जिम्मेदारों ने कुछ सेंटरों को बचाने का प्रयास किया फिर भी बंद पड़ा नेफेड सेंटर उनकी निगाहों से बच नहीं पाया और उन्होंने कहा कि इस बारे में एजेंसी से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। केन्द्र बंद होने की ठोस वजह नहीं मिली तो एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आरएफसी ने कहा जहां सेंटर बंद मिले उनके कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की जाए तथा दंबगाें एवं बिचौलियों की जानकारी मिलने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। केंद्रों पर शिकायतें सुनकर आरएफसी ने डिप्टी आरएमओ को जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। कहा कि खरीद लक्ष्य 1 लाख 5500 एमटी पूरा होने के बाद भी 30 जून तक गेहूं की खरीद जारी रहेगी। अभी तक करीब 80 हजार एमटी गेहूं की खरीद हो चुकी है।
उधर, जिस समय क्रय केन्द्रो का आरएफसी निरीक्षण कर रहे थे तथा किसान उन्हें समस्याएं बता रहे थे उस समय वहां मौजूद कुछ दंबग लोगों की निगाहें शिकायत करने वालों एवं आरएफसी को जानकारी देने वालों को घूर रही थी। आरएफसी के वहां से जाते है दंबगों ने अपना खेल शुरू कर दिया और मंडी परिसर में फिर से दहशत फैल गई।
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भाकियू ने की गेहूं की तौल कराने की मांग
हरदोई। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रामेन्द्र सिंह ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर क्रय केन्द्रों पर खड़ी गेहूं से लदी किसानों की ट्रालियों से गेहूं की तौलाई कर खरीददारी कराने की मांग की है। उन्होंने बताया कि शाहाबाद में 21 मई से किसान तौल कराने की मांग कर रेि है मगर तौल नहीं हो रही है। इसी तरह से बघौली, टडियावां आदि क्षेत्र में किसान परेशान है। तौल न हुई तो 2 जून को धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
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मंडी परिसर से हटाए जाए क्रय केन्द्र
हरदोई। भारतीय कृषक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज दीक्षित ने मंडी परिसर से गेहूं क्रय केन्द्रों को हटाकर सार्वजनिक स्थानों पर केन्द्र लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा जिस तरह से किसानों एवं आम लोगों में मंडी में क्रय केन्द्रों को लेकर शंकाए है उसके लिए वहां पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाए या फिर वहां से केन्द्र हटाकर अन्य स्थानो पर लगाए जाए।