हरदोई। बिजली व्यवस्था को हाईटेक बनाने के उद्देश्य से पावर कारपोरेशन ने जिले में आन लाइन बिलिंग व्यवस्था की शुरूआत कर दी है। शहर में चालू की गई इस व्यवस्था के अंतर्गत दो उपकेंद्रों को जोड़ा गया है। बिलिंग का कार्य नई संस्था को दे दिया गया है, जिसके द्वारा की गई बिलिंग में उपभोक्ताओं के नए बिलों में पुराने जमा बिल भी जुड़ कर आ रहे हैं। जिसे सुधरवाने के लिए लोग बिजली विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। जबकि इनके लिए अलग से काउंटर भी नहीं खोले गए हैं। अभी तक साईं नामक संस्था द्वारा शहर के उपभोक्ताओं को बिलिंग की जाती थी वहीं अब यह जिम्मेदारी एचसीएल कंपनी को सौंप दी गई है। नई संस्था की बिलिंग से एक नई समस्या का सामना उपभोक्ताओं को करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं के बिजली बिलों के साथ पुराना बिल भी जुड़ कर आ रहा है। जिससे उपभोक्ता अब संशोधन कराने के लिए विभाग में दौड़ लगा रहे हैं। लेकिन बिलों के संशोधन के लिए अलग काउंटर भी नहीं बनाया गया है। बिलों में संशोधन कराने आने वाले उपभोक्ताओं को भटकना पड़ रहा है। वहीं बिलों में संशोधन न होने से उपभोक्ताओं के बिल भी जमा नहीं हो पा रहे हैं। जिससे उपभोक्ताओं को दोगुना भार सहना पड़ रहा है।
इस संबंध में उपखंड अधिकारी आरके सिंह ने बिलों के संशोधन के लिए जल्द काउंटर संचालित कराने का भरोसा जताया है। जबकि उपभोक्ता जानकारी कर लौट रहे हैं।
हरदोई। बिजली व्यवस्था को हाईटेक बनाने के उद्देश्य से पावर कारपोरेशन ने जिले में आन लाइन बिलिंग व्यवस्था की शुरूआत कर दी है। शहर में चालू की गई इस व्यवस्था के अंतर्गत दो उपकेंद्रों को जोड़ा गया है। बिलिंग का कार्य नई संस्था को दे दिया गया है, जिसके द्वारा की गई बिलिंग में उपभोक्ताओं के नए बिलों में पुराने जमा बिल भी जुड़ कर आ रहे हैं। जिसे सुधरवाने के लिए लोग बिजली विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। जबकि इनके लिए अलग से काउंटर भी नहीं खोले गए हैं। अभी तक साईं नामक संस्था द्वारा शहर के उपभोक्ताओं को बिलिंग की जाती थी वहीं अब यह जिम्मेदारी एचसीएल कंपनी को सौंप दी गई है। नई संस्था की बिलिंग से एक नई समस्या का सामना उपभोक्ताओं को करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं के बिजली बिलों के साथ पुराना बिल भी जुड़ कर आ रहा है। जिससे उपभोक्ता अब संशोधन कराने के लिए विभाग में दौड़ लगा रहे हैं। लेकिन बिलों के संशोधन के लिए अलग काउंटर भी नहीं बनाया गया है। बिलों में संशोधन कराने आने वाले उपभोक्ताओं को भटकना पड़ रहा है। वहीं बिलों में संशोधन न होने से उपभोक्ताओं के बिल भी जमा नहीं हो पा रहे हैं। जिससे उपभोक्ताओं को दोगुना भार सहना पड़ रहा है।
इस संबंध में उपखंड अधिकारी आरके सिंह ने बिलों के संशोधन के लिए जल्द काउंटर संचालित कराने का भरोसा जताया है। जबकि उपभोक्ता जानकारी कर लौट रहे हैं।