हरदोई। केंद्र सरकार भले ही वित्तीय समावेशन के तहत हर परिवार एवं उसके सदस्यों को बैंकों से जोड़ने को ज्यादा से ज्यादा बैंक बचत एकाउंट खोलने को शून्य बैलेंस वाले एकाउंट खोलने की सुविधा देने को बैंकों को निर्देशित कर रही है, पर कुछ बैंकें ग्राहकों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही हैं।
कई बैंकों के प्रतिनिधि पहले तो लोगों को अपनी बैंक का ग्राहक बनाने को सुनहरे ख्वाब दिखाते हैं और बाद में सेवा शुल्कों के नाम पर भारी भरकम चार्जेज लेकर परेशान कर देते है। ज्ञात हो कि कुछ बैंकों द्वारा खातों में मिनिमिम बैलेंस की धनराशि बढ़ाने के साथ ही कई सेवाओं पर शुल्क लगाने का एलान करने से आम लोग खासे परेशान हैं। खाते में न्यूनतम बैलेंसरखने की धनराशि को काफी बढ़ा दिया गया है और न्यूनतम बैलेंस न होने पर भारी पेनाल्टी शुल्क लिया जाता है। पिछले चार वर्षों में जिले में काफी बैंक शाखाएं खुली हैं।
शाखाओं द्वारा पहले तो ग्राहक बढ़ाने को धड़ाधड़ शून्य बैलेंस तथा 1 हजार से 5 हजार तक बैलेंस रखने वाले वर्ग के एकाउंट खोलते हुए कई सुविधाएं निशुल्क देने के सुनहरे ख्वाब दिखाए, पर अब लोगों के ख्वाब टूट रहे हैं और बैंकों द्वारा बढ़ाए गए न्यूनतम बैलेंस राशि और न्यूनतम बैलेंस न मेनटेन करने को लगाई जाने वाली भारी पेनाल्टी की सूचनाएं पाकर जिले के लोग कराह उठे हैं। कई बैंकों ने अपने उन ग्राहकों को खातों में 5 हजार से 10 हजार का न्यूनतम बैलेंस मेनटेन रखने के एसएमएस भेजे हैं, जिनके खाते शून्य एवं एक हजार बैलेंस वर्ग में खोले गए थे। इससे ग्राहकों में बेचैनी छाई हुई है।