हरदोई। अनुसूचित जाति के व्यक्ति से मारपीट करना सफाईकर्मी को महंगा पड़ गया है। मारपीट के मामले में जहां सफाईकर्मी के जेल जाने की नौबत आ गई, वहीं अब नौकारी से भी हाथ धोना पड़ सकता है। हालांकि जेल में बंद होने के बाद आई रिपोर्ट पर डीपीआरओ ने सफाईकर्मी को सस्पेंड कर जांच को सहायक विकास अधिकारी को पंचायत को निर्देशित कर दिया है।
विकास खंड बिलग्राम के बिराइचमऊ में तैनात सफाई कर्मचारी भालू शाह को मारपीट करने पर जेल भेज दिया गया है। ज्ञात हो कि बिलग्राम ब्लाक के अलियामऊ गांव निवासी हफीजुल्ला के पुत्र भालू शाह की नौकरी पंचायत राज विभाग के अंतर्गत सफाईकर्मी के पद पर लगी थी। नौकरी लगने के बाद वह समय से काम पर कभी नहीं आता और जब कभी जाता तो काम भी नहीं करता है। मामले में उसे कई बार नोटिस भी दी गई, पर बीते माह में तो भालू शाह ने आलियामऊ के गांव के निवासी पवन कुमार के संग मारपीट कर ली, जिस पर पवन ने दो मई को थाने में शिकायत कर रिपोर्ट दर्ज करा दी। मामले में भालू शाह पर एससी/एसटी एक्ट के अंतर्गत दोषी करार दे उसे जेल भेज दिया गया। ज्ञात हो कि जेल जाने के बाद मामले की सूचना सीओ बिलग्राम ने डीपीआरओ दया शंकर सिंह को दी।