हरदोई। कछौना थाना क्षेत्र में गल्ला मंडी व्यापारी की लूटपाट के बाद हत्या के मामले को एक साल पूरा हो गया, पर घटना का खुलासा तो दूर पुलिस के हाथ घटना का सुराग तक नहीं लगा है। 24 मई 11 को व्यापारी की हत्या कर शव फेंका गया था। पुलिस ने रिपोर्ट भी दर्ज कर ली थी, पर धीरे-धीरे यह घटना फाइलों में खो गई।
उधर, पुलिस अफसरों का कहना है कि वह नए सिरे से पूरे मामले की छानबीन कराएंगे। कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के महोलिया शिवपार निवासी गल्ला मंडी व्यापारी हरद्वारीलाल गुप्ता की 24 मई 11 को हत्या कर दी गई थी। हरद्वारीलाल अपने पुत्र ऋषी व सौरभ के साथ दुकान पर बैठते थे। 24 मई को कासिमपुर थाना क्षेत्र के तलौली निवासी उमेश उर्फ कल्लू से बकाया डेढ़ लाख रुपए लेने गए थे, लेकिन न वहां पहुंचे और न ही लौट कर वापस लौटे। घर न लौटने पर तलाश के दौरान 25 मई 11 को बघौली थाना क्षेत्र के चिंताखेड़ा के पास लावारिस हालत में मोटरसाइकिल खड़ी मिली थी।काफी तलाश के बाद अगले दिन कछौना थाना क्षेत्र में शारदानगर में भुलईखेड़ा के पास डबल पुलिया की झाड़ियों में हरद्वारीलाल का शव पड़ा मिला था। हालांकि उनके हाथ में सोने की अंगूठी, गले में चेन और जेब में करीब साढ़े पांच सौ रुपए मिले, पर नगदी गायब थी, जिससे लूटपाट को लेकर हरद्वारीलाल की हत्या कर शव को नहर में फेंके जाने की बात मानी गई और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक लव कुमार के निर्देश पर पुलिस ने घटना की रिपोर्ट भी दर्ज कर ली। पुलिस की जांच शुरू हुई। थानाध्यक्ष बदले, अधिकारी बदले, न जाने कितने आदेश और निर्देश दिए गए, पर नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा।24 मई 11 को हुई हत्या की घटना का खुलासा तो दूर पुलिस के हाथ सुराग तक नहीं लगा। परिजन तो यह घटना कभी नहीं भूलेंगे, एक साल होने पर जिले में भी यह चरचा में आ गई है। सीओ सिटी राजेश कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है और वह पूरे मामले की गहराई से नए सिरे से छानबीन कराएंगे।