हरदोई। आशा गांव में आयोजित 15 वें विष्णु महायज्ञ भागवत कथा का समापन मंगलवार को हुआ। जिसके समापन मौके पर पधारी पंक्षी देवी ने आत्मा से परमात्मा के मिलन की बड़ा ही भाव पूर्ण सत्संग सुनाकर प्रभावित कर दिया। वहीं कथा समापन के साथ पूर्णाहुति व भंडारे का भी आयोजन कराया गया।
15वें विष्णु महायज्ञ भागवत कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने पंक्षी देवी के श्रीमुख से सत्संग सुना। उन्होंने कहा कि परमात्मा की बहुत बड़ी अनुकंपा होती है और पूर्व जन्मों के पुण्य उदय होते हैं कि लोगों को परमात्मा की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि मानसिक विकृतियों को शुद्ध करने के लिए भगवान का नाम जपना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य का रूप बड़े ही भाग्य से मिलता है। मनुष्य के रूप के लिए तो देवता भी तरसते हैं, इसलिए मनुष्य रूप का सदुपयोग करो और सत्संग में मन लगाओ। कनखल हरिद्वार से आए विज्ञानानंद जी महाराज ने वेद विधि से जीवन जीने की सीख दी। उन्होंने कहा कि आज आध्यात्म व सत्संग की कमी के चलते परिवार टूट रहे हैं। छोटे बड़े के मान सम्मान में कमी आई है। उन्होंने कहा कि माता पिता अपने बच्चों को संस्कारवान बनाएं। कथा के समापन के बाद कथा व्यास पंडित अवधेश शरण शुक्ला ने मुख्य यजमान सुरेश पाल सिंह सहित उनके समस्त परिवार को आशीर्वाद दिया और पूर्णाहुति डलवाई। साथ ही एक भंडारे का आयोजन किया। इस मौके पर सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर वीपी सिंह, सुमित्रा सिंह, विजय सिंह, किशन सिंह, शालू सिंह आदि मौजूद रहे।