हरदोई। परिवहन निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक की शिकायत करने वाले संविदाकर्मी से ही मुल्जिमों की तरह पूछताछ की गई। एआरएम सीतापुर पर लगे अवैध वसूली की जांच कर रहे क्षेत्रीय प्रबंधक के कक्ष में संविदा कर्मी को चार घंटे से ज्यादा बंद कमरे में पूछताछ की गई। आरोपी एआरएम तो मौजूद रहे, पर शिकायतकर्ताओं को बाहर निकाल दिया गया। जिस पर संविदा कर्मियों ने हंगामा भी काटा, पर उनकी नहीं सुनी गई।
उधर, क्षेत्रीय प्रबंधक शिकायतकर्ता को बंद करने की बात से इनकार कर इसे जांच प्रक्रिया बता रहे हैं। हरदोई परिक्षेत्र के अंतर्गत सीतापुर डिपो के परिवहन निगम के संविदाकर्मियों ने एआरएम पर वसूली कर ड्यूटी देने का आरोप लगाया था। संविदाकर्मी ज्ञान प्रकाश, अवधराम, विष्णु कुमार, मनमोहन सिंह और हंसराज आदि ने दो मई को सीएम दरबार में यह मुद्दा उठाया था, जिसके बाद जांच के आदेश हुए थे। 17 मई को जिला मुख्यालय पर कार्यशाला में जांच अधिकारी सीपी तिवारी ने जांच शुरू की थी। शिकायतकर्ताओं ने आरोपी को भी मौजूद रहने और हस्ताक्षरों का विरोध कर जांच पर आपत्ति जताई थी। जिसके बाद मामले की जांच क्षेत्रीय प्रबंधक जुनैद अंसारी को सौंपी गई थी। मंगलवार को आरएम अंसारी के कार्यालय में जांच शुरू हुई। शिकायतकर्ता संविदा कर्मियों का आरोप है कि सुबह 11 बजे शुरू जांच में ज्ञान प्रकाश को बयान को बुलाया गया। कार्यालय में आरोपी एआरएम व उनका पटल सहायक मौजूद थे और चार बजे तक पूछताछ के बहाने उसे परेशान किया गया। संविदा परिचालक आनंद तिवारी, राजेश सिंह, गिरीश राजपूत, अवधराम आदि का आरोप है कि पूछताछ के बहाने उसके साथी को टार्चर किया जाता रहा, यहां तक कि बाहर पानी पीने तक को नहीं आने दिया गया। जब दूसरे कर्मी के भी अंदर बुलाने की मांग की गई, तो उसे अंदर नहीं बुलाया गया, जबकि आरोपी एआरएम पूरे समय मौजूद थे। इस पर आपत्ति जताते हुए कर्मियों ने विरोध भी किया, पर नहीं सुनी गई, जिस पर मामले की शिकायत अफसरों से की गई। उधर, क्षेत्रीय प्रबंधक अंसारी बंधक बना पूछताछ के आरोप को गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि शिकायत के बिंदुओं पर पूछताछ की गई। कोई बवाल या हंगामा न हो इसलिए एक-एक शिकायतकर्ता से बयान लिए गए।