हरपालपुर (हरदोई)। संदिग्ध हालात में गोली लगने से किशोरी की मौत हो गई। पुलिस को सूचना दिए बिना परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। घटना के तीन दिन बाद चाचा की तहरीर पर पिता समेत दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने और शव गायब करने की रिपोर्ट दर्ज की।
घटना हरपालपुर थाना क्षेत्र के गांव प्रतिपालपुर की है। दीनबंधु दीक्षित की पत्नी का करीब 10 वर्ष पहले निधन हो चुका है। बड़ा बेटा दिल्ली में नौकरी करता है। थाना पुलिस के अनुसार दीनबंधु की दो बेटियों मेेें से बड़ी शिखा (15) की संदिग्ध हालात में गुरुवार को गोली लगने से मौत हो गई। उसके गांव के ही एक युवक से कथित तौर पर आपसी संबंध थे। इसकी जानकारी मिलने पर परिजनों ने उसके घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी थी। थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि गुरुवार को गोली लगने से मौत के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर आनन-फानन में शिखा का अंतिम संस्कार कर दिया। थानाध्यक्ष के अनुसार जब मेरठ में रह रहे शिखा के चाचा दीनानाथ को घटना की जानकारी हुई तो गांव पहुंच कर उसने घटना की वजह जानने के बाद सोमवार को थाने में दीन बंधु और लालाराम के खिलाफ तहरीर दी। उसने आरोप लगाया है कि शिखा को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के साथ ही शव को गायब कर दिया गया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। ग्राम प्रधान करन ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वह गांव गए थे। आरोपी पिता घर से फरार है। घर में उसके छोटे भाई दीनानाथ की पत्नी रहती है। पूछताछ में उसने भी आत्महत्या की बात बताई है, जबकि गांव में चर्चाएं कुछ और हैं। अंदेशा जताया जा रहा है कि युवक से संबंधों के चलते ही शिखा को मार कर ठिकाने लगा दिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना की कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है।