हरदोई। युवक की सामान्य मौत होने के बाद उसके बाबा ने शव को घर के अंदर ही दफन कर दिया। मोहल्ले वालों को शक हुआ और पुलिस को सूचना दी गई, जिस पर सीओ सदर व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को बाहर निकलवा पंचनामा कराया।
कोतवाली शहर क्षेत्र के झबरापुरवा निवासी शाहजादे एक मकान में रहते हैं, जबकि उनके पुत्र राजकुमार, शशिमोहन व राजेश दूसरे मकान में रहते हैं। शाहजादे के पौत्र और राजकुमार के पुत्र पप्पू (22) का रविवार की सुबह जिला अस्पताल में बीमारी से निधन हो गया था। दोपहर को शाहजादे अस्पताल के स्ट्रेचर पर शव को लेकर घर पहुंचे और परिवार समेत शव को घर में ही गड्ढा खोदकर दफन करवा दिया। मोहल्ले के लोगों को जानकारी हुई। एक बार तो सूचना मिली कि युवक की हत्या के बाद शव को दफन करवा दिया गया। जानकारी पर सीओ सदर राघवेंद्र मिश्र, कोतवाली के एसएसआई मुनीश सक्सेना समेत भारी पुलिस मौके पर पहुंची और शाहजादे से पूछताछ की। शाहजादे का कहना था कि वह कबीर पंथी हैं और उसके पिता छबीले की मौत के बाद भी शव को मकान में ही दफन करवाया गया था। परंपरा निभाते हुए पौत्र का शव मकान में दफन करवाया, पर मोहल्ले के लोगों के शक जताने पर पुलिस ने तहसीलदार सदर व एसडीएम सदर शिवशंकर गुप्ता को मौके पर बुला मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को बाहर निकलवाया और बाद में शव का पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम को भेजा। इस घटना के पीछे कहीं न कहीं मकान पर कब्जे की बात मानी जा रही है। शाहजादे के पड़ोसी फीरोजाबाद में तैनात एक पुलिस इंस्पेक्टर ने उसके पीछे का हिस्सा खरीदा है। कहीं उसके मकान पर कब्जा न हो जाए तो उसने मकान में शव गड़ाना शुरू कर दिया। सीओ ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम को भेजा गया है और उसके बाद शव को श्मशान में दफन करवाया जाएगा।