हरदोई। गल्ला मंडी में गेहूं लेकर गए किसानों के साथ शुक्रवार की रात मारपीट कर तोड़फोड़ मामले में दो नामजद हमलावरों समेत एक दर्जन पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। किसानों ने हमलावरों पर नगदी छीनने का भी आरोप लगाया है। इस घटना के बाद से सनसनी फैली हुई है।
कोतवाली शहर क्षेत्र में लखनऊ रोड स्थित गल्ला मंडी में शुक्रवार की रात करीब 50-60 किसानों पर उस समय हमला कर दिया गया था, जब वह गेहूं खरीद केंद्रों पर गेहूं तौलाने के इंतजार में खड़े थे। हमलावरों ने किसानों के साथ मारपीट कर ट्रैक्टर-ट्राली और डीएमएम में तोड़फोड़ भी की थी। मंडी के अंदर अंधेरे में हुई घटना से भगदड़ मच गई और किसान भागने लगे, पर सांडी क्षेत्र के सैतियापुर निवासी रामउदार सिंह, श्यामसुंदर व जयवीर सिंह घायल हो गए थे। देर रात सवा 11 बजे हुई घटना से सनसनी फैल गई और पुलिस फोर्स मंडी पहुंच गया। हालांकि तब तक हमलावर मौके से फरार हो चुके थे।
इस घटना से खफा किसान टड़ियावां क्षेत्र के डिघिया के दलवीर सिंह, गंगौली फार्म के लक्ष्मण सिंह, बर्रा फार्म के प्रदीप सिंह, पिहानी थाना क्षेत्र के गड़रिया खेड़ा के प्रताप सिंह समेत करीब दो दर्जन किसान रात में ही कोतवाली पहुंचे। किसानों का आरोप था कि वह लोग गेहूं तौलाने को खड़े थे, उसी समय लाठी-डंडा, सरिया लेकर हमलावरों ने हमला बोल दिया। हमलावर उनके पूरे समर्थन मूल्य लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन से नाराज होकर गाली गलौज कर रहे थे। किसानों का कहना था कि हमलावर उनके पास से रुपए भी लूट ले गए। पुलिस ने डिघिया के दलवीर सिंह की ओर से प्रमोद पांडेय, बबलू गुप्ता व 10-12 अज्ञात पर मारपीट कर तोड़फोड़ समेत कई अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसएसआई मुनीश सक्सेना ने बताया कि किसानों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। सक्सेना ने बताया कि मारपीट और तोड़फोड़ का मामला है, फिर भी पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही और जो भी आरोपी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। उधर, मंडी में किसानों के ऊपर हुए हमले की घटना में मंडी व्यापार मंडल अध्यक्ष वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि मामले में व्यापारियों का कोई लेना देना नहीं है।