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जब उफनाता तालाब, तो घर होते लबालब
Hardoi
Updated Fri, 18 May 2012 12:00 PM IST
पिहानी (हरदोई)। पालिका नगर में भले ही विकास के दावे करे, पर हकीकत यह है कि शहर के बाशिंदें ूमूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। वार्ड 17 के मोहल्ला नागर में लोग मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। इलाके का तालाब बरसात में उफनाने से गंदा पानी लोगों के घरों में घुसता है। बिजली के खंभों की जगह बल्लियों में फैली बिजली की लाइनेें हकीकत बयां कर रही हैं। विकास के सपने दिखाने वाले जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद मुंह मोड़ लेते हैं, जिससे अब लोगों को नेताओं के वादों पर भी भरोसा नहीं रहा।
परजाऊ ताल किनारे बसे मोहल्ले को नई बस्ती के रूप में भी जाना जाता है। यहां के मोहम्मद शफीक, अकील अहमद, शेर खां, फुरकान, सलीम, असलम, मुजीब, अजमत अली, सुबराती, कुरैशा बेगम, नसीमा बेगम, शरीफा, अजीज बानो समेत कई ने बताया कि उन्हें बस्ती बसने के बाद से ही वार्ड की गलियों में खड़ंजा, सीसी रोड और नाली निर्माण का इंतजार है। वर्ष बीतते गए, पर शासन-प्रशासन ने मोहल्ले की इन मूलभूत सुविधाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। यूसुफजई से इस बस्ती की ओर गई गली में नाली न होने से सड़क पर गंदा पानी भरा है। फुरकान के घर के सामने गली में बीचोबीच नाली बनी है। बरसात में हालात और भी भयावह होते हैं।
परजाऊ ताल ओवर फ्लो होता है, तो पानी घरों में घुसता है। इसके अलावा भी गलियां खड़ंजा और नाली विहीन हैं। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से घरों का गंदा पानी कब्रिस्तान में भरता है। पूरे वार्ड में कहीं से भी वाटर लाइन नहीं गुजरी है।
दर्जनों मकानों को पेयजल मुहैया कराने को महज एक सरकारी नल लगा है। उसमें भी पानी की निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। बिजली के लिए लोगों ने बल्ली की सहारा ले रखा है। पूरब से गोपामऊ चुंगी रोड के उत्तरी हिस्से में ऊंचाई पर बसे लोग बिजली, पानी, सड़क से पूरी तरह से महरूम हैं। यहां विकास के नाम पर कुछ लोगों के शौचालय जरूर बने दिखे। बस्ती भर की गंदगी इसी तालाब के किनारे डालने से मोहल्ले में हमेशा सड़ांध बनी रहती है। लोग इस नारकीय माहौल में जिंदगी गुजारने के आदी हो गए हैं, पर उनके मेहमान यहां आने से कतराते हैं। बरसात के बाद निकलने वाली धूप और आजकल का मौसम सड़ांध को जानलेवा बीमारियां फैलाने वाला बनाए हुए है। वाटर सप्लाई की लाइन नहीं है। लोगों ने बस्ती में बिजली के पोेल, सरकारी नल, वाटर लाइन, गलियों में खड़ंजा और सीसी रोड सहित जल निकासी व पेयजल की व्यवस्था की आवाज उठाई है। पालिका प्रशासन ने यहां खड़ंजा व नाली आदि का निर्माण कराया, पर यह सब यहां नाकाफी साबित हो रहे हैं।
पिहानी (हरदोई)। पालिका नगर में भले ही विकास के दावे करे, पर हकीकत यह है कि शहर के बाशिंदें ूमूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। वार्ड 17 के मोहल्ला नागर में लोग मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। इलाके का तालाब बरसात में उफनाने से गंदा पानी लोगों के घरों में घुसता है। बिजली के खंभों की जगह बल्लियों में फैली बिजली की लाइनेें हकीकत बयां कर रही हैं। विकास के सपने दिखाने वाले जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद मुंह मोड़ लेते हैं, जिससे अब लोगों को नेताओं के वादों पर भी भरोसा नहीं रहा।
परजाऊ ताल किनारे बसे मोहल्ले को नई बस्ती के रूप में भी जाना जाता है। यहां के मोहम्मद शफीक, अकील अहमद, शेर खां, फुरकान, सलीम, असलम, मुजीब, अजमत अली, सुबराती, कुरैशा बेगम, नसीमा बेगम, शरीफा, अजीज बानो समेत कई ने बताया कि उन्हें बस्ती बसने के बाद से ही वार्ड की गलियों में खड़ंजा, सीसी रोड और नाली निर्माण का इंतजार है। वर्ष बीतते गए, पर शासन-प्रशासन ने मोहल्ले की इन मूलभूत सुविधाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। यूसुफजई से इस बस्ती की ओर गई गली में नाली न होने से सड़क पर गंदा पानी भरा है। फुरकान के घर के सामने गली में बीचोबीच नाली बनी है। बरसात में हालात और भी भयावह होते हैं।
परजाऊ ताल ओवर फ्लो होता है, तो पानी घरों में घुसता है। इसके अलावा भी गलियां खड़ंजा और नाली विहीन हैं। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से घरों का गंदा पानी कब्रिस्तान में भरता है। पूरे वार्ड में कहीं से भी वाटर लाइन नहीं गुजरी है।
दर्जनों मकानों को पेयजल मुहैया कराने को महज एक सरकारी नल लगा है। उसमें भी पानी की निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। बिजली के लिए लोगों ने बल्ली की सहारा ले रखा है। पूरब से गोपामऊ चुंगी रोड के उत्तरी हिस्से में ऊंचाई पर बसे लोग बिजली, पानी, सड़क से पूरी तरह से महरूम हैं। यहां विकास के नाम पर कुछ लोगों के शौचालय जरूर बने दिखे। बस्ती भर की गंदगी इसी तालाब के किनारे डालने से मोहल्ले में हमेशा सड़ांध बनी रहती है। लोग इस नारकीय माहौल में जिंदगी गुजारने के आदी हो गए हैं, पर उनके मेहमान यहां आने से कतराते हैं। बरसात के बाद निकलने वाली धूप और आजकल का मौसम सड़ांध को जानलेवा बीमारियां फैलाने वाला बनाए हुए है। वाटर सप्लाई की लाइन नहीं है। लोगों ने बस्ती में बिजली के पोेल, सरकारी नल, वाटर लाइन, गलियों में खड़ंजा और सीसी रोड सहित जल निकासी व पेयजल की व्यवस्था की आवाज उठाई है। पालिका प्रशासन ने यहां खड़ंजा व नाली आदि का निर्माण कराया, पर यह सब यहां नाकाफी साबित हो रहे हैं।