हरदोई। दो हाथाें को काम देने वाली मनरेगा में किस कदर घपले व बंदरबांट किया जा रहा है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता कि एक ग्राम पंचायत में लाखों के फर्जी काम होने एवं उनके नाम पर राशि निकाले जाने की जब शिकायत हुई और जांच टीम गठित कर दी गई, तो रातोंरात इन फर्जी बताए गए स्थानों पर खुदाई आदि शुरू करवा दी गई।
बहरहाल एक बार फिर से शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर मौके पर जाकर जांच कराकर कार्रवाई कराए जाने की मांग की है। हरपालपुर के ग्राम ललुआमऊ में शिकायत की गई थी कि मनरेगा के तहत गांव में हरिश्चंद्र के मकान से बाजार तक खड़ंजा कार्य के लिए इसी वर्ष 18 फरवरी को लगभग एक लाख रुपए निकाल लिया, जबकि इस कार्य को कागज पर ही रखा गया है, करवाया ही नहीं गया है। इसी प्रकार इससे पूर्व एक लाख 71 हजार के फर्जी बिल लगाकर निकाल लिया गया, उनका भी कोई कार्य नहीं करवाया गया। इसी प्रकार इस ग्राम पंचायत में सुधीर से मिट्टी कार्य में 40 हजार रुपए निकाल लिए गए, जबकि मौके पर जिला पंचायत द्वारा पुराना खड़ंजा पड़ा हुआ है। इसमें भी 25 फरवरी को फर्जी बिल लगाकर धनराशि को निकाल लिया गया। इसी प्रकार एक फरवरी को एक लाख रुपए सुधीर के घर से चौराहे तक मिट्टी खड़ंजा का कार्य भी फर्जी दर्शा कर उसका पैसा निकाल लिया गया। जिसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई थी, जिस पर उनके निर्देश पर जिला सेवायोजन अधिकारी और सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण को जांच टीम में शामिल करते हुए भेजा गया, पर इसके तुरंत बाद ही रातोंरात इन जगहों पर मजदूर लगाकर फावड़े से खुदाई करवाई जा रही है। गांव के ही राजीव कुमार तिवारी ने जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में बताया गया उक्त गांव में मौके पर इसकी जांच करवाई जा सकती है। जांच को लगाए गए अधिकारियों को एक बार फिर से मौके पर भेजा जाए, ताकि सही स्थिति सामने आ सके। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार द्विवेदी से जब यह पूछा गया तो उनका कहना था कि शिकायत यदि उनके पास आती है, तो वह निश्चित रूप से जांच करवाएंगे।