गौसगंज। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का एसडीएम ने औचक निरीक्षण किया, जहां उन्हेें खामियां तो मिली हीं, साथ ही स्टाफ नदारद तथा शैक्षिक वातावरण भी गड़बड़ मिला। उन्होंने विद्यालय की दुर्दशा से बीएसए को अवगत कराया है।
एसडीएम गिरीश चंद्र श्रीवास्तव को कछौना के कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल निरीक्षण के दौरान इस कदर अव्यवस्थाएं हावी मिली, कि उनको खुद ही बोलना पड़ा ‘क्या यह बूचड़खाना है’। ड्यूटी पर प्रभारी वार्डेन पूनम अवस्थी मिलीं, पर ज्यादातर स्टाफ नदारद था। जांच पड़ताल में शिक्षिका सुनीता का फर्जी अवकाश प्रार्थना पत्र मिला, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। स्कूल में गद्दे व तख्त भी कम संख्या में मिले। कंप्यूटर की लाइब्रेरी और पंखों के बारे मेें प्रभारी वार्डेन कुछ नहीं बता पाईं। वहीं खाने की व्यवस्था भी बहुत खराब दिखी। एसडीएम ने स्कूल के शैक्षिक वातावरण के बारे में कई छात्राओं से पूछा तो वह कुछ न बता सकी, जिस पर उन्होेंने वार्डेन व अन्य स्टाफ को शैक्षिक गुणवत्ता लाने के निर्देश दिए।
इस दौरान एसडीएम ने बीएसए को फोन पर अव्यवस्थाओं के बारे में बताया और सीएचसी के अधीक्षक डॉक्टर आरपी दीक्षित को छात्राओं का सप्ताह में एक बार स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए तथा थानाध्यक्ष को रात में पर्याप्त सुरक्षा आदि करने के निर्देश दिए। इधर, निरीक्षण की जानकारी मिलने पर शिक्षिका सुनीता आ गईं, जिस पर उन्हें भी एसडीएम के सवालोेेें से दो चार होना पड़ा। एसडीएम ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जो भी अव्यवस्थाएं मिली हैं, उन सबसे डीएम को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन से मिल रही योजनाओं का सहीं क्रियान्वयन कराया जाएगा। इधर, एसडीएम के औचक निरीक्षण से क्षेत्र के अन्य स्कूलों में अफरातफ री मची रही।