हरदोई। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के स्वास्थ्य की देखभाल और उपचार पर खर्च धनराशि में गड़बड़ी करने वालों की अब खैर नहीं है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत भेजी गई इस राशि के एक-एक पैसे का हिसाब देना पड़ेगा। मिशन निदेशक ने 31 मार्च 12 तक ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समितियों में भेजी गई धनराशि का 20 मई तक व्यय एवं उपभोग प्रमाण पत्र मांगे हैं। योजना में जिले की 1101 ग्राम पंचायतों के लिए वर्ष 2007-08 से 10-11 तक भेजे गए चार करोड़ 65 लाख 35 हजार रुपए का पूरा हिसाब देना होगा।
मिशन के अंतर्गत ग्रामीणों के स्वास्थ्य को चलाई गईं योजनाओं में रोगों से बचाव और गरीबों को उपचार मुहैया कराने को ग्रामीण स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समितियों का गठन कराया गया था। धन की कमी पूरी करने को जिले की 1101 ग्राम पंचायतों में गठित समितियों के खातों में धनराशि भेजी गई थी। चिकित्साधिकारियों के माध्यम से समिति अध्यक्ष प्रधान और एएनएम के संयुक्त खातों में वर्ष 07-08 से शुरू योजना में प्रथम वर्ष 55 लाख पांच हजार रुपए भेजे गए थे। जिसके बाद वर्ष 08-09 और 09-10 में दो किश्तों में 10-10 हजार रुपए के हिसाब से दो वर्ष में दो करोड़ 20 लाख 20 हजार भेजे गए थे।
इस धनराशि से गांवों में रोगों की रोकथाम के इंतजाम करना, गरीब के बीमार होने पर उपचार आदि मुहैया कराने थे। तीन वर्षों में दो करोड़ 75 लाख 25 हजार रुपए भेजे गए। धनराशि का क्या हुआ, इसके बिना जाने वर्ष 10-11 में और ज्यादा राशि भेजी गई और इस वर्ष ग्राम पंचायतों की बजाय राजस्व ग्रामों के हिसाब से बजट भेजा गया। जिले की 1101 ग्राम पंचायतों में स्थित 1901 राजस्व ग्रामों के लिए एक करोड़ 90 लाख 10 हजार रुपए भेजे गए। जिला मुख्यालय से चिकित्साधिकारियों और चिकित्साधिकारियों से प्रधान व एएनएम के संयुक्त खातों में भेजी राशि को कहां और कितना खर्च किया गया, यह किसी ने जानने की जरूरत नहीं समझी। वर्ष 10-11 से एनआरएचएम ही विवादों में घिर गई और उसके बाद धनराशि भी आनी बंद हो गई।
पर, वर्ष 07-08 से वर्ष 10-11 तक भेजे गए 4,65,35000 हजार रुपए का न तो किसी ने हिसाब लिया और न ही किसी ने हिसाब दिया, पर अब समिति का नाम परिवर्तन कर ग्रामीण स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति के स्थान पर ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति कर दिया गया है और एनआरएचएम की धनराशि में एक एक पैसे का हिसाब मांगा जा रहा, तो इस ओर भी कड़ा रुख अख्तियार किया गया है। एनआरएचएम के मिशन निदेशक ने 8 मई को सीएमओ को आदेश भेजकर ग्रामीण स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति में भेजी गई धनराशि का हिसाब मांगा गया। निदेशक ने 20 मई तक पूरा हिसाब भेजने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ डॉ. एसके तिवारी ने बताया कि सभी चिकित्साधिकारियों को निर्देश जारी कर जानकारी मांगी गई है और निर्धारित समय में सूचना भेज दी जाएगी।