हरदोई। शहर के लखनऊ रोड, सरकुलर रोड तथा नघेटा रोड से जुड़ी शहर की सबसे बड़ी आवास विकास कालोनी समस्याओं के मकड़जाल में उलझी हुई है। इन समस्याओं में अतिक्रमण, बदहाल खड़ंजा , सड़कें और पेयजल संकट प्रमुख हैं। इसके कारण यहां के बाशिंदों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
करीब पांच सौ मीटर के दायरे में बसी दस हजार की आबादी वाली आवास विकास कालोनी में हर वर्ग के लोग रहते है? फिर भी कालोनी की बदहाली से विभागीय अफसर बेखबर हैं। हालात यह हैं कालोनी के डी ब्लाक के पार्को पर जहां ठेकेदारों के रोलर खड़े हैं तो वहीं सी ब्लाक के पार्को पर छुट्टा मवेशियों का कब्जा है। अतिक्रमण से पार्को का अस्तित्व ही समाप्त हो गया है। ऐसे में बुजुर्ग कहां बैठकर बतियाएं, जागिंग करें और बच्चे कहां खेलें। इन समस्याओं को लेकर लोग काफी परेशान है। गर्मी के मौसम में पेयजल संकट ने लोगों को परेशान कर रखा है।
वजह, कालोनी में लगे अधिकतर हैंडपंप खराब हैं। वाटर लाइन से पानी की सप्लाई अनियमित है। बिजली गुल होने पर पानी की संकट और बढ़ जाता है। इसके अलावा सालों से कालोनी की खड़ंजा वाली गलियां सीसी रोड का इंतजार कर रही हैं मगर कोई पुरसाहाल नहीं है। कई गलियां तो कच्ची है और कई जगह रास्ते बंद है। उधर इन समस्याओं पर विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है। जबकि कालोनी में विभिन्न विभागों के दफ्तर होने के साथ उच्च वर्ग के लोगों के आवास है। कालोनी में जनप्रतिनिधियों के भी आवास हैं।
हरदोई। शहर के लखनऊ रोड, सरकुलर रोड तथा नघेटा रोड से जुड़ी शहर की सबसे बड़ी आवास विकास कालोनी समस्याओं के मकड़जाल में उलझी हुई है। इन समस्याओं में अतिक्रमण, बदहाल खड़ंजा , सड़कें और पेयजल संकट प्रमुख हैं। इसके कारण यहां के बाशिंदों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
करीब पांच सौ मीटर के दायरे में बसी दस हजार की आबादी वाली आवास विकास कालोनी में हर वर्ग के लोग रहते है? फिर भी कालोनी की बदहाली से विभागीय अफसर बेखबर हैं। हालात यह हैं कालोनी के डी ब्लाक के पार्को पर जहां ठेकेदारों के रोलर खड़े हैं तो वहीं सी ब्लाक के पार्को पर छुट्टा मवेशियों का कब्जा है। अतिक्रमण से पार्को का अस्तित्व ही समाप्त हो गया है। ऐसे में बुजुर्ग कहां बैठकर बतियाएं, जागिंग करें और बच्चे कहां खेलें। इन समस्याओं को लेकर लोग काफी परेशान है। गर्मी के मौसम में पेयजल संकट ने लोगों को परेशान कर रखा है।
वजह, कालोनी में लगे अधिकतर हैंडपंप खराब हैं। वाटर लाइन से पानी की सप्लाई अनियमित है। बिजली गुल होने पर पानी की संकट और बढ़ जाता है। इसके अलावा सालों से कालोनी की खड़ंजा वाली गलियां सीसी रोड का इंतजार कर रही हैं मगर कोई पुरसाहाल नहीं है। कई गलियां तो कच्ची है और कई जगह रास्ते बंद है। उधर इन समस्याओं पर विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है। जबकि कालोनी में विभिन्न विभागों के दफ्तर होने के साथ उच्च वर्ग के लोगों के आवास है। कालोनी में जनप्रतिनिधियों के भी आवास हैं।