बिलग्राम । फर्जीवाड़े के कारण रोशनपुर स्थित मदरसा दारूल उलूम में छात्रवृत्ति नहीं बांटी जा सकी। बीडीओ माधौगंज ने खुद बच्चों की सूची मांग कर छात्रवृत्ति बांटने का प्रयास किया। लेकिन सूची देेने में प्रधानाचार्य ने आनाकानी की । बीडीओ ने अपनी रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी व डीपीआरओ को भेजी है।
खंड विकास अधिकारी माधौगंज शिवसिंह ने रिपोर्ट में बताया सीडीओ के निर्देश पर वह सहायक विकास अधिकारी पंचायत विश्वराज सिंह 23 अप्रैल को छात्रवृत्ति का वितरण कराने मदरसे गए। कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा लाल वर्मा व सचिव इंतखाब आलम मदरसे मे थे। मदरसे में 55 बच्चे मौजूद थे। 18 अप्रैल से 28 अप्रैल तक उपस्थिति पंजिका में छात्रों की उपस्थिति दर्ज नहीं थी। मदरसे ने उन्हे 23 अप्रैल व 26 तथा 27 अप्रैल को छात्रवृत्ति वितरित करने में असमर्थता जताई। इस पर 28 अप्रैल तय की गई। 28 अप्रैल को भी प्रबंधक, प्रधानाचार्य व छात्र मौजूद नहीं थे। फिर वितरण की तिथि दो मई तय की गई लेकिन लगातार टालमटोल के कारण छात्रवृत्ति वितरित नहीं हो पाई। इसे ग्राम निधि खाता तृतीय के खाता नंबर 7908 की शाखा एजीबी माधौगंज में रूपया 66 हजार रुपए जमा करा दिए गए। मदरसा दारूल उलूम अहमदिया रोशनपुर प्रधानाध्यापक ने उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर प्रधान असलम खां पर छात्रवृत्ति के गबन का आरोप लगाया था। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने खंड विकास अधिकारी खुद छात्रवृत्ति वितरण कराने के निर्देश दिए थे। बीडीओ शिवसिंह की आख्या से जहां ग्राम प्रधान असलम खंा को क्लीन चिट मिली हैं वहीं दूसरी ओर छात्रवृत्ति सूची के मुताबिक छात्रों का सत्यापन नहीं करा पा रहे। विद्यालय में वजीफे की 220 छात्रों अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति का धन 66 हजार स्वीकृति होने की जानकारी मिली है।