सवाजयुपर। एसडीएम रविंद्र पाल के निर्देश पर तहसीलदार ने तहसील क्षेत्र के तीन गेहूं क्रय केंद्राें का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कहीं केेंद्र प्रभारी नदारद मिले तो कहीं चौकीदार गेहूं क्रय केंद्र का संचालन करते मिला।
क्षेत्र में खुले गेहूं क्रय केंद्रोें पर धंाधली की शिकायत पर तहसीलदार रामनरायन ने ग्राम ककरा स्थित पीसीएफ के गेहूं खरीद केेंद्र की निरीक्षण किया। अभिलेखों की जांच में पता चला खरीद केंद्र रानीखेड़ा, बंासा तथा ककरा गांवों के ही काश्तकारों का गेहूं खरीदा जा रहा है। मंगलवार को 105,106 कुंटल गेहूं दो किसानों से ही खरीदा गया,जबकि छोटे किसानों को चक्कर काटने पड़ रहे हैं। साधन सहकारी समिति लमकन के केंद्र प्रभारी गायब मिले और बिचौलिए गेहूं खरीद रहे थे। यहां गेहूं के तीन सौ खाली बोरे पाए गए। किसानों ने बताया उन्हें टोकन भी प्राइवेट लोग ही दे रहे है।
साधन सहकारी समिति श्रीमऊ द्वारा ग्राम नोनखारा में संचालित क्रय केंद्र का चौकीदार अरविंद पूरा जिम्मा संभाले था। तहसीलदार को चौकीदार ने बताया केें द्र प्रभारी 4-5 दिन में एक बार आते है। चौकीदार ही गेहूं की खरीद दर्ज करता है जिसे प्रभारी अपने अभिलेखों में चढ़ाते हैं। गेहूं खरीदने के बाद किसानों को रसीद भी नहीं दी जा रही थी। यहां कोई रिकॉर्ड भी तहसीलदार को नहीं मिला। तहसीलदार ने जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी है। एसडीएम रवींद्र पाल सिंह ने बताया वह मामले से डीएम को अवगत कराएंगे।
सवाजयुपर। एसडीएम रविंद्र पाल के निर्देश पर तहसीलदार ने तहसील क्षेत्र के तीन गेहूं क्रय केंद्राें का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कहीं केेंद्र प्रभारी नदारद मिले तो कहीं चौकीदार गेहूं क्रय केंद्र का संचालन करते मिला।
क्षेत्र में खुले गेहूं क्रय केंद्रोें पर धंाधली की शिकायत पर तहसीलदार रामनरायन ने ग्राम ककरा स्थित पीसीएफ के गेहूं खरीद केेंद्र की निरीक्षण किया। अभिलेखों की जांच में पता चला खरीद केंद्र रानीखेड़ा, बंासा तथा ककरा गांवों के ही काश्तकारों का गेहूं खरीदा जा रहा है। मंगलवार को 105,106 कुंटल गेहूं दो किसानों से ही खरीदा गया,जबकि छोटे किसानों को चक्कर काटने पड़ रहे हैं। साधन सहकारी समिति लमकन के केंद्र प्रभारी गायब मिले और बिचौलिए गेहूं खरीद रहे थे। यहां गेहूं के तीन सौ खाली बोरे पाए गए। किसानों ने बताया उन्हें टोकन भी प्राइवेट लोग ही दे रहे है।
साधन सहकारी समिति श्रीमऊ द्वारा ग्राम नोनखारा में संचालित क्रय केंद्र का चौकीदार अरविंद पूरा जिम्मा संभाले था। तहसीलदार को चौकीदार ने बताया केें द्र प्रभारी 4-5 दिन में एक बार आते है। चौकीदार ही गेहूं की खरीद दर्ज करता है जिसे प्रभारी अपने अभिलेखों में चढ़ाते हैं। गेहूं खरीदने के बाद किसानों को रसीद भी नहीं दी जा रही थी। यहां कोई रिकॉर्ड भी तहसीलदार को नहीं मिला। तहसीलदार ने जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी है। एसडीएम रवींद्र पाल सिंह ने बताया वह मामले से डीएम को अवगत कराएंगे।