हरदोई। खुद को पुलिस कर्मी बताकर किराए पर पिकप डाला लेकर गए बदमाश सोमवार की रात चालक को पीट पीट कर मरणासन्न हालत में फेंक डाला लूट ले गए। मंगलवार की सुबह होश आने पर चालक ने लोगों को घटना के बारे में बताया। परिजनों को सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंचे और घायल को कोतवाली लेकर आए। पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती करा जांच शुरू कर दी है।
टड़ियावां क्षेत्र के अहिरोरी के सुनील सिंह (35) अपना पिकप डाला खुद चलाते हैं। सोमवार की रात वह शहर के जिंदपीर चौराहे के पास खड़े थे। सुनील के अनुसार उसी समय सफारी गाड़ी से कुछ लोग आए और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए बेहटागोकुल में तैनात दारोगा का सामान ले जाने को डाला किराए पर ले चलने को कहा। बातचीत होने पर सफारी सवार लोग चले गए और तीन युवक डाले में बैठ गए। हरदोई से बेहटागोकुल पहुंच कर उसने थाने के सामने डाला रोका तो उन लोगों ने दारोगा को पेट्रोल पंप के पास रहने की बात बताई। जब वह पेट्रोल पंप के पास पहुंचा, तो उन्होंने बताया कि दारोगा की ककरघटा में रिश्तेदारी है कुछ सामान वहां पर रखा है।
उस सामान को लेकर चलना है तो वह ककरघटा को चल दिया। सुनील के अनुसार कुछ आगे चलने पर उसके साथ बैठे तीनों लोगों ने उसे कब्जे में ले लिया। एक बदमाश डाला चलाने लगा और दो पिटाई करने लगे। बाद में रस्सी से उसका गला भी कस दिया और फिर डाला रोक कर उसे सड़क के किनारे खाई में फेंक कर डाला ले गए। वह बेहोश हो गया गया था और सुबह उसे होश आया तो वह कुछ आगे बढ़ा और एक कारखाना के पास पहुंच कर लोगों को घटना के बारे में बताया।
इसके बाद आटदानपुर निवासी बहनोई समीर को फोन कर घटना की जानकारी दी। जानकारी पर परिजन पहुंचे और उसे शाहाबाद कोतवाली ले गए, पर शाहाबाद कोतवाली में उसे शहर कोतवाली जाने की बात कही गई तो वह शहर कोतवाली आया। जहां पर दोपहर उसे उपचार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसआई मुनीश सक्सेना ने बताया कि घटना शाहाबाद कोतवाली में हुई, पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।
हरदोई। खुद को पुलिस कर्मी बताकर किराए पर पिकप डाला लेकर गए बदमाश सोमवार की रात चालक को पीट पीट कर मरणासन्न हालत में फेंक डाला लूट ले गए। मंगलवार की सुबह होश आने पर चालक ने लोगों को घटना के बारे में बताया। परिजनों को सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंचे और घायल को कोतवाली लेकर आए। पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती करा जांच शुरू कर दी है।
टड़ियावां क्षेत्र के अहिरोरी के सुनील सिंह (35) अपना पिकप डाला खुद चलाते हैं। सोमवार की रात वह शहर के जिंदपीर चौराहे के पास खड़े थे। सुनील के अनुसार उसी समय सफारी गाड़ी से कुछ लोग आए और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए बेहटागोकुल में तैनात दारोगा का सामान ले जाने को डाला किराए पर ले चलने को कहा। बातचीत होने पर सफारी सवार लोग चले गए और तीन युवक डाले में बैठ गए। हरदोई से बेहटागोकुल पहुंच कर उसने थाने के सामने डाला रोका तो उन लोगों ने दारोगा को पेट्रोल पंप के पास रहने की बात बताई। जब वह पेट्रोल पंप के पास पहुंचा, तो उन्होंने बताया कि दारोगा की ककरघटा में रिश्तेदारी है कुछ सामान वहां पर रखा है।
उस सामान को लेकर चलना है तो वह ककरघटा को चल दिया। सुनील के अनुसार कुछ आगे चलने पर उसके साथ बैठे तीनों लोगों ने उसे कब्जे में ले लिया। एक बदमाश डाला चलाने लगा और दो पिटाई करने लगे। बाद में रस्सी से उसका गला भी कस दिया और फिर डाला रोक कर उसे सड़क के किनारे खाई में फेंक कर डाला ले गए। वह बेहोश हो गया गया था और सुबह उसे होश आया तो वह कुछ आगे बढ़ा और एक कारखाना के पास पहुंच कर लोगों को घटना के बारे में बताया।
इसके बाद आटदानपुर निवासी बहनोई समीर को फोन कर घटना की जानकारी दी। जानकारी पर परिजन पहुंचे और उसे शाहाबाद कोतवाली ले गए, पर शाहाबाद कोतवाली में उसे शहर कोतवाली जाने की बात कही गई तो वह शहर कोतवाली आया। जहां पर दोपहर उसे उपचार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसआई मुनीश सक्सेना ने बताया कि घटना शाहाबाद कोतवाली में हुई, पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।