हरदोई। असेंबली ऑफ गॉड जूनियर हाईस्कूल के प्रिंसिपल के 22 वर्षीय इकलौते बेटे ने मंगलवार की दोपहर पिता की लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस लहूलुहान हालत में उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है और परिजन भी कोई वजह नहीं बता पा रहे हैं।
शहर कोतवाली क्षेत्र के डीएम चौराहा स्थित असेंबली ऑफ गॉड जूनियर हाईस्कूल शहर का सबसे पुराना इंग्लिश मीडियम स्कूल है। इसका संचालन प्रिंसिपल संतोष सैमुअल व उनकी पत्नी रंजना सैमुअल करती हैं। प्रिंसिपल के परिवार में चार पुत्रियां, रोहिना, निकिता, मानवी और तनू के बीच इकलौता पुत्र समीर सैमुअल था। समीर राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज में बीकाम द्वितीय वर्ष की पढ़ाई करता था। परिजनों के अनुसार समीर गंभीर रहता था। हालांकि पढ़ाई लिखाई में वह होशियार था और प्रथम वर्ष में उसके काफी अच्छे अंक आए थे। बीती रविवार को उसने बीकाम द्वितीय वर्ष पर्यावरण विषय की परीक्षा दी थी। मंगलवार की सुबह प्रिंसिपल, उनकी पत्नी रंजना, पुत्र व पुत्रियां स्कूल में थी। कुछ देर बाद उनका पुत्र समीर कहीं चला गया।
करीब साढ़े ग्यारह बजे स्कूल में अवकाश हो गया। इसके बाद स्कूल का कुछ सामान मंगवाने को समीर की तलाश की गई, पर वह नहीं मिला, जबकि उसकी बाइक आवास मेें खड़ी थी। खोजबीन के दौरान घर की तीसरी मंजिल पर जब नौकर पहुंचा तो छत के बरामदे में समीर लहूलुहान पड़े थे। गोली उनके सिर पर लगी थी और हाथ में पिस्टल थी। नौकर की चीख सुन परिजन छत पर पहुंचे और समीर को खून से लथपथ देख चीख पड़े। सूचना पर सीओ सिटी राजेश कुमार व एसएसआई मुनीश सक्सेना मौके पर पहुंचे। उसका शरीर गर्म देख उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने समीर को मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी पर भारी संख्या में लोग अस्पताल पहुंचे। घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है और परिजन भी कोई बात नहीं बता रहे हैं। परिजनों का कहना है कि समीर काफी गंभीर स्वभाव का था और किसी से ज्यादा बोलता नहीं था। पता नहीं उसके दिमाग में कौन की बात थी, जिसको लेकर उसने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराया है।
हरदोई। असेंबली ऑफ गॉड जूनियर हाईस्कूल के प्रिंसिपल के 22 वर्षीय इकलौते बेटे ने मंगलवार की दोपहर पिता की लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस लहूलुहान हालत में उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है और परिजन भी कोई वजह नहीं बता पा रहे हैं।
शहर कोतवाली क्षेत्र के डीएम चौराहा स्थित असेंबली ऑफ गॉड जूनियर हाईस्कूल शहर का सबसे पुराना इंग्लिश मीडियम स्कूल है। इसका संचालन प्रिंसिपल संतोष सैमुअल व उनकी पत्नी रंजना सैमुअल करती हैं। प्रिंसिपल के परिवार में चार पुत्रियां, रोहिना, निकिता, मानवी और तनू के बीच इकलौता पुत्र समीर सैमुअल था। समीर राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज में बीकाम द्वितीय वर्ष की पढ़ाई करता था। परिजनों के अनुसार समीर गंभीर रहता था। हालांकि पढ़ाई लिखाई में वह होशियार था और प्रथम वर्ष में उसके काफी अच्छे अंक आए थे। बीती रविवार को उसने बीकाम द्वितीय वर्ष पर्यावरण विषय की परीक्षा दी थी। मंगलवार की सुबह प्रिंसिपल, उनकी पत्नी रंजना, पुत्र व पुत्रियां स्कूल में थी। कुछ देर बाद उनका पुत्र समीर कहीं चला गया।
करीब साढ़े ग्यारह बजे स्कूल में अवकाश हो गया। इसके बाद स्कूल का कुछ सामान मंगवाने को समीर की तलाश की गई, पर वह नहीं मिला, जबकि उसकी बाइक आवास मेें खड़ी थी। खोजबीन के दौरान घर की तीसरी मंजिल पर जब नौकर पहुंचा तो छत के बरामदे में समीर लहूलुहान पड़े थे। गोली उनके सिर पर लगी थी और हाथ में पिस्टल थी। नौकर की चीख सुन परिजन छत पर पहुंचे और समीर को खून से लथपथ देख चीख पड़े। सूचना पर सीओ सिटी राजेश कुमार व एसएसआई मुनीश सक्सेना मौके पर पहुंचे। उसका शरीर गर्म देख उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने समीर को मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी पर भारी संख्या में लोग अस्पताल पहुंचे। घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है और परिजन भी कोई बात नहीं बता रहे हैं। परिजनों का कहना है कि समीर काफी गंभीर स्वभाव का था और किसी से ज्यादा बोलता नहीं था। पता नहीं उसके दिमाग में कौन की बात थी, जिसको लेकर उसने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराया है।