हरदोई। बिजली विभाग को भी जल्द ही कंप्यूटराइज्ड किया जा रहा है। बिजली विभाग से संबंधित सूचनाएं तो कंप्यूटर पर दर्ज होने लगी हैं, वहीं अब जल्द ही बिजली उपकेंद्रों को भी कंप्यूटर सिस्टम से जोड़ा जाएगा, जिससे उपभोक्ता अब उपकेंद्रों पर भी बिजली के बिल जमा कर सकेंगे।
साथ ही उपकेंद्रों पर बैठे-बैठे बढ़ते व लो होती फ्रिक्वेंसी पर भी नजर रखी जा सकेगी। इसके लिए प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है और उपकेंद्रों को विद्युत वितरण खंड द्वितीय में तैयार किए गए सर्वर से जोड़ने का काम शुरू हो गया है। पावर कारपोरेशन ने भी बिजली विभाग को पूर्णतया कंप्यूटरीकृत करने का फैसला कर लिया है। जिसके क्रम में जहां एक ओर पावर कारपोरेशन ने शिकायत प्रणाली को कंप्यूटराइज्ड करने के साथ ही ग्राहक सेवा से जोड़ दिया है, वहीं अब जिले में भी बिजली व्यवस्थाओं को भी कंप्यूटराइज्ड किया जा रहा है। जिसके क्रम में जहां एक ओर विभागीय सूचनाएं तो आनलाइन होंगी, वहीं उपकेंद्रों को भी आनलाइन कर प्रत्येक उपकेंद्र से बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था की जाएगी।
इसके लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इसके लिए सिटी उपकेंद्र को पहले चुना गया है। सिटी उपकेंद्र में कंप्यूटर लगाकर उसको विद्युत वितरण खंड में तैयार किए गए सर्वर से जोड़ दिया गया है। वहीं दूसरा सर्वर विद्युत वितरण खंड प्रथम में तैयार किया गया है, जिससे ही उपकेंद्र जुड़े रहेंगे और ग्रामीण व शहर दोनों ही क्षेत्रों के बिल जमा हो जाएंगे। इतना ही नहीं शहर के उपभोक्ताओं को भी ट्रेस करने को पूरा खाका तैयार किया जा चुका है। ज्ञात हो कि इसके लिए एचसीएल कंपनी के लोगों द्वारा साफ्टवेयर तैयार किया गया है। जिसके तहत ही उपभोक्ताओं द्वारा खर्च की जा रही बिजली का ब्योरा कंप्यूटर पर डाला दिया जाएगा। इससे उपभोक्ता द्वारा खर्च की जा रही बिजली की जानकारी अधिकारियों को होती रहेगी। इस बाबत अधिशासी अभियंता एमके अहिरवार ने बताया कि काम लगभग पूरा हो गया है और उपकेंद्रों पर काम करने वाले कर्मचारियों की तैनाती भी होने लगी है और व्यवस्था जल्द शुरू करा दी जाएगी।
हरदोई। बिजली विभाग को भी जल्द ही कंप्यूटराइज्ड किया जा रहा है। बिजली विभाग से संबंधित सूचनाएं तो कंप्यूटर पर दर्ज होने लगी हैं, वहीं अब जल्द ही बिजली उपकेंद्रों को भी कंप्यूटर सिस्टम से जोड़ा जाएगा, जिससे उपभोक्ता अब उपकेंद्रों पर भी बिजली के बिल जमा कर सकेंगे।
साथ ही उपकेंद्रों पर बैठे-बैठे बढ़ते व लो होती फ्रिक्वेंसी पर भी नजर रखी जा सकेगी। इसके लिए प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है और उपकेंद्रों को विद्युत वितरण खंड द्वितीय में तैयार किए गए सर्वर से जोड़ने का काम शुरू हो गया है। पावर कारपोरेशन ने भी बिजली विभाग को पूर्णतया कंप्यूटरीकृत करने का फैसला कर लिया है। जिसके क्रम में जहां एक ओर पावर कारपोरेशन ने शिकायत प्रणाली को कंप्यूटराइज्ड करने के साथ ही ग्राहक सेवा से जोड़ दिया है, वहीं अब जिले में भी बिजली व्यवस्थाओं को भी कंप्यूटराइज्ड किया जा रहा है। जिसके क्रम में जहां एक ओर विभागीय सूचनाएं तो आनलाइन होंगी, वहीं उपकेंद्रों को भी आनलाइन कर प्रत्येक उपकेंद्र से बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था की जाएगी।
इसके लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इसके लिए सिटी उपकेंद्र को पहले चुना गया है। सिटी उपकेंद्र में कंप्यूटर लगाकर उसको विद्युत वितरण खंड में तैयार किए गए सर्वर से जोड़ दिया गया है। वहीं दूसरा सर्वर विद्युत वितरण खंड प्रथम में तैयार किया गया है, जिससे ही उपकेंद्र जुड़े रहेंगे और ग्रामीण व शहर दोनों ही क्षेत्रों के बिल जमा हो जाएंगे। इतना ही नहीं शहर के उपभोक्ताओं को भी ट्रेस करने को पूरा खाका तैयार किया जा चुका है। ज्ञात हो कि इसके लिए एचसीएल कंपनी के लोगों द्वारा साफ्टवेयर तैयार किया गया है। जिसके तहत ही उपभोक्ताओं द्वारा खर्च की जा रही बिजली का ब्योरा कंप्यूटर पर डाला दिया जाएगा। इससे उपभोक्ता द्वारा खर्च की जा रही बिजली की जानकारी अधिकारियों को होती रहेगी। इस बाबत अधिशासी अभियंता एमके अहिरवार ने बताया कि काम लगभग पूरा हो गया है और उपकेंद्रों पर काम करने वाले कर्मचारियों की तैनाती भी होने लगी है और व्यवस्था जल्द शुरू करा दी जाएगी।