हरदोई। सोमवार को फिर हाथों में खाली पिपिया और लबों पर नारे लेकर ग्रामीण कलक्ट्रेट परिसर पहुंच जिलाधिकारी को दास्तां बताने पहुंच गए, पर ज्ञापन देने और आश्वासन मिलने पर वापस लौट गए।
कलक्ट्रेट परिसर पहुंचे ग्राम पंचायत देविया फत्तेपुर, टड़ियावां के ग्रामीणों ने कोटेदार के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया। नारेबाजी करते हुए नीरज सिंह एवं बाबू गुप्ता आदि ग्रामीणों ने कहा कि वह सभी एपीएल, बीपीएल, अन्त्योदय राशन कार्डधारक हैं।
उनका कहना है कि ग्राम सभा का कोटा निरस्त होने के बाद ग्राम सभा कोटरा में अटैच कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि जब उसके द्वारा गरीबों को राशन न देकर बेच दिया जाने लगा और शिकायत पर जांच कराई गई तो यहां के कोटे को ग्राम सभा अलावलपुर में अटैच कर दिया गया, पर कुछ दिनों बाद ही उस कोटे को एक बार फिर जैराजपुर में अटैच कर दिया।
जिस पर यही स्थिति पैदा हो रही है, जिससे ग्रामीण भूखे मरने की कगार पर पहुंच गए हैं। अप्रैल से ग्रामीणों को राशन नहीं दिया गया है, जिससे उनका परिवार भूखा है तो मिट्टी का तेल न मिलने से घरों में अंधेरा भी है।
ग्रामीणों ने इसकी शिकायत को लेकर एक पत्र जिलाधिकारी को संबोधित सिटी मजिस्ट्रेट बद्रीनाथ सिंह को सौंपकर कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने इस कोटे को जैराजपुर से हटाकर अलावलपुर के कोटेदार के यहां अटैच कराने की मांग की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी िक अगर ऐसा नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। इस मौके पर रावेंद्र, जमुना, संतोष कुमार आदि मौजूद थे।
हरदोई। सोमवार को फिर हाथों में खाली पिपिया और लबों पर नारे लेकर ग्रामीण कलक्ट्रेट परिसर पहुंच जिलाधिकारी को दास्तां बताने पहुंच गए, पर ज्ञापन देने और आश्वासन मिलने पर वापस लौट गए।
कलक्ट्रेट परिसर पहुंचे ग्राम पंचायत देविया फत्तेपुर, टड़ियावां के ग्रामीणों ने कोटेदार के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया। नारेबाजी करते हुए नीरज सिंह एवं बाबू गुप्ता आदि ग्रामीणों ने कहा कि वह सभी एपीएल, बीपीएल, अन्त्योदय राशन कार्डधारक हैं।
उनका कहना है कि ग्राम सभा का कोटा निरस्त होने के बाद ग्राम सभा कोटरा में अटैच कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि जब उसके द्वारा गरीबों को राशन न देकर बेच दिया जाने लगा और शिकायत पर जांच कराई गई तो यहां के कोटे को ग्राम सभा अलावलपुर में अटैच कर दिया गया, पर कुछ दिनों बाद ही उस कोटे को एक बार फिर जैराजपुर में अटैच कर दिया।
जिस पर यही स्थिति पैदा हो रही है, जिससे ग्रामीण भूखे मरने की कगार पर पहुंच गए हैं। अप्रैल से ग्रामीणों को राशन नहीं दिया गया है, जिससे उनका परिवार भूखा है तो मिट्टी का तेल न मिलने से घरों में अंधेरा भी है।
ग्रामीणों ने इसकी शिकायत को लेकर एक पत्र जिलाधिकारी को संबोधित सिटी मजिस्ट्रेट बद्रीनाथ सिंह को सौंपकर कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने इस कोटे को जैराजपुर से हटाकर अलावलपुर के कोटेदार के यहां अटैच कराने की मांग की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी िक अगर ऐसा नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। इस मौके पर रावेंद्र, जमुना, संतोष कुमार आदि मौजूद थे।