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कछौना। पिछले पांच वर्षों में नगर पंचायत कछौना पतसेनी में कराए गए विकास कार्यों की पड़ताल शुरू कर दी गयी। मंगलवार को एसडीएम संडीला गिरीश चंद्र श्रीवास्तव व लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता आरपी विश्वकर्मा ने मौके पर जाकर कार्यों की गुणवत्ता की जांच की। इस कार्यवाही से विभाग व ठेकेदार में हड़कंप मच गया।
गौरतलब हो कि पिछले पांच सालों में नगर क्षेत्र में जल निकासी हेतु नाले का निर्माण, इंटर लाकिं ग कार्य की गुणवत्ता ठीक न होने व करोड़ों रुपए के कार्यों में गोलमाल कर धन की बंदरबांट करने का आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत सपा नगर अध्यक्ष मोहम्मद हनीफ ने मुख्यमंत्री से की थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को एसडीएम और पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता ने रेलवेगंज, पूर्वी क्षेत्र पुरानी बस्ती, अंबेडकरनगर, बाबूलाल पुलिया तथा गौसगंज मार्ग पर ईदगाह क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों की जांच की, जिसमें कुशीनाथ मंदिर से बाबूलाल पुलिया तक व श्रीराम कश्यप के घर से रेलवे क्रासिंग तक करीब 1.5 किमी डामरीकरण में 24 लाख रुपए खर्च धनराशि बताई गई।
उक्त दोनों सड़कें जांच के दौरान काफी जर्जर पाई गई। जल निकासी के लिए बने छह नालों के निर्माण पर 2 किलोमीटर क्षेत्र मेेें 60 लाख रुपए व्यय राशि और नगर के कई मार्गों में लगवाई गई इंटर लाकिंग जिसकी अनुमानित लागत करीब 4 से 5 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इन सभी निर्माण कार्यों में मानक की धज्जियां उड़ाते हुए धनराशि का बंदरबांट कर करने का आरोप लगा था। वर्तमान में गौसगंज रोड स्थित टूटा पड़ा नाला विकास कार्यों की गुणवत्ता की हकीकत बयां कर रहा है। अधिकारियों ने मौके पर जाकर पड़ताल की। एसडीएम द्वारा की गई अचानक जांच से विभाग व ठेके दार मेें हड़कंप मच गया।
ज्ञात हो कि उक्त विकास कार्य नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष उमा गुप्ता के कार्यकाल में कराए गए थे। इस बाबत उपजिलाधिकारी और पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता ने बताया कि जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद शासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
कछौना। पिछले पांच वर्षों में नगर पंचायत कछौना पतसेनी में कराए गए विकास कार्यों की पड़ताल शुरू कर दी गयी। मंगलवार को एसडीएम संडीला गिरीश चंद्र श्रीवास्तव व लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता आरपी विश्वकर्मा ने मौके पर जाकर कार्यों की गुणवत्ता की जांच की। इस कार्यवाही से विभाग व ठेकेदार में हड़कंप मच गया।
गौरतलब हो कि पिछले पांच सालों में नगर क्षेत्र में जल निकासी हेतु नाले का निर्माण, इंटर लाकिं ग कार्य की गुणवत्ता ठीक न होने व करोड़ों रुपए के कार्यों में गोलमाल कर धन की बंदरबांट करने का आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत सपा नगर अध्यक्ष मोहम्मद हनीफ ने मुख्यमंत्री से की थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को एसडीएम और पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता ने रेलवेगंज, पूर्वी क्षेत्र पुरानी बस्ती, अंबेडकरनगर, बाबूलाल पुलिया तथा गौसगंज मार्ग पर ईदगाह क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों की जांच की, जिसमें कुशीनाथ मंदिर से बाबूलाल पुलिया तक व श्रीराम कश्यप के घर से रेलवे क्रासिंग तक करीब 1.5 किमी डामरीकरण में 24 लाख रुपए खर्च धनराशि बताई गई।
उक्त दोनों सड़कें जांच के दौरान काफी जर्जर पाई गई। जल निकासी के लिए बने छह नालों के निर्माण पर 2 किलोमीटर क्षेत्र मेेें 60 लाख रुपए व्यय राशि और नगर के कई मार्गों में लगवाई गई इंटर लाकिंग जिसकी अनुमानित लागत करीब 4 से 5 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इन सभी निर्माण कार्यों में मानक की धज्जियां उड़ाते हुए धनराशि का बंदरबांट कर करने का आरोप लगा था। वर्तमान में गौसगंज रोड स्थित टूटा पड़ा नाला विकास कार्यों की गुणवत्ता की हकीकत बयां कर रहा है। अधिकारियों ने मौके पर जाकर पड़ताल की। एसडीएम द्वारा की गई अचानक जांच से विभाग व ठेके दार मेें हड़कंप मच गया।
ज्ञात हो कि उक्त विकास कार्य नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष उमा गुप्ता के कार्यकाल में कराए गए थे। इस बाबत उपजिलाधिकारी और पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता ने बताया कि जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद शासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी।