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हरदोई। खसरा को समाप्त करने को स्वास्थ्य महकमा अभियान चलाएगा। इसके तहत नौ माह से दस साल के बच्चों को टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए विद्यालयोें और आंगनबाड़ी केंद्रों में सामूहिक रूप से टीकाकरण किया जाएगा।
सीएमओ डा. अनुराग भार्गव ने पत्रकारों को टीकाकरण अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक शिशुओं को नौ माह पर खसरे का टीका लगाया जाता था। जिसका असर 90 फीसदी तक रहता था। इससे बीमारी का निदान नहीं हो पाता था। इसको 95 फीसदी तक लाने को अब दो टीका लगाए जाएंगे। जिले के 9 लाख 75 हजार बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके तहत नौ माह से 10 साल तक के आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए तीन सदस्यी टीमें बनाई गई है। जिसमें एएनएम, आशा बहू और आंगनबाड़ी कार्यकत्री शामिल होंगी।
इनके सुपर विजन को सुपरवाइजर और वालंटियर को तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खसरा छुआ छूत की बीमारी है, इसका असर दो दिन पूर्व से शुरू हो जाता है और चार दिन बाद तक रहता है। भार्गव ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण में फरवरी के प्रथम सप्ताह में स्कूलों में शिविर लगाकर टीकाकरण किया जाएगा। इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में अभिभावक सहयोग करें और बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। उन्होंने बताया कि जिनका टीकाकरण हो चुका है उनको भी टीका लगाया जाएगा।
हरदोई। खसरा को समाप्त करने को स्वास्थ्य महकमा अभियान चलाएगा। इसके तहत नौ माह से दस साल के बच्चों को टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए विद्यालयोें और आंगनबाड़ी केंद्रों में सामूहिक रूप से टीकाकरण किया जाएगा।
सीएमओ डा. अनुराग भार्गव ने पत्रकारों को टीकाकरण अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक शिशुओं को नौ माह पर खसरे का टीका लगाया जाता था। जिसका असर 90 फीसदी तक रहता था। इससे बीमारी का निदान नहीं हो पाता था। इसको 95 फीसदी तक लाने को अब दो टीका लगाए जाएंगे। जिले के 9 लाख 75 हजार बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके तहत नौ माह से 10 साल तक के आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए तीन सदस्यी टीमें बनाई गई है। जिसमें एएनएम, आशा बहू और आंगनबाड़ी कार्यकत्री शामिल होंगी।
इनके सुपर विजन को सुपरवाइजर और वालंटियर को तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खसरा छुआ छूत की बीमारी है, इसका असर दो दिन पूर्व से शुरू हो जाता है और चार दिन बाद तक रहता है। भार्गव ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण में फरवरी के प्रथम सप्ताह में स्कूलों में शिविर लगाकर टीकाकरण किया जाएगा। इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में अभिभावक सहयोग करें और बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। उन्होंने बताया कि जिनका टीकाकरण हो चुका है उनको भी टीका लगाया जाएगा।