24 करोड़ से गांवों की सड़के होंगी चकाचक
हापुड़। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत करीब 24 करोड़ से जिले में छह सड़कों का निर्माण शुरू हो गया है। विभाग की तरफ से यूपीआरआरडीए (उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास संस्थान) को प्रस्ताव भेजा गया था। इन सड़कों से निर्माण से जिले के करीब 50 गांवों को लाभ मिलेगा। जबकि एक और सड़क के निर्माण को स्वीकृति मिल गई है।
शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के मुख्य मार्गों के निर्माण पर सरकार का जोर है। सभी निर्माण विभागों द्वारा सड़कों के प्रस्ताव बनाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत जिले की छह सड़कों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। इसमें हापुड़ ब्लॉक की तीन, धौलाना की एक और गढ़ की दो सड़कों का निर्माण होना है। कुल 50 किमी लंबाई की सड़कें बनाई जाएंगी। इनकी चौड़ाई तीन से 3.75 मीटर बढ़ाकर इनका चौड़ीकरण भी कराया जाएगा। जबकि निर्माण में 24 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
दरअसल, सड़कों के निर्माण के लिए विभाग ने प्रस्ताव बनाकर शासन में यूपीआरआरडीए को भेजा था। बजट पास होने के बाद इन सड़कों का निर्माण शुरू हो गया है। उम्मीद है कि अगले माह के अंत तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि इस बीच बारिश व्यवधान पैदा कर सकती है।
इन गांवों में काम हुआ शुरू -
1. हापुड़ में पूठा हुसैनपुर( कैनाल पटरी) से एमबी रोड हाफिजपुर -5.13 करोड़
2. बुलंदशहर हाईवे से डीडीजी मार्ग (सपनावत)-4 करोड़
3. गढ़ मेरठ मार्ग से गंग नहर होते हुए झड़ीना मार्ग-8.2 करोड़
4. गढ़ स्याना मार्ग से सदरपुर से रजापुर मार्ग -5.1 करोड़
5. पिलखुवा धौलाना मार्ग से देहरा वाया जादोपुर, बझेड़ा खुर्द मार्ग-5.6 करोड़
6. पिलखुवा धौलाना मार्ग से गालंद वाया हावल, मादापुर व भोवापुर मार्ग-5.83 करोड़
इन सड़कों का भेजा प्रस्ताव
वहीं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हापुड़ ब्लॉक में एलबी रोड से वाया भटियाना सपनापत की 11.8 किलोमीटर सड़क के निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। 11.22 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क के निर्माण के लिए प्रस्ताव यूपीआरआरडीए को भेज दिया गया है। यहां से स्वीकृति मिलते ही इस सड़क का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। इस सड़क का चौड़ीकरण भी होगा। सड़क 3.75 मीटर से 5.5 मीटर चौड़ी हो जाएगी।
कोट-
जिले की छह सड़कों का निर्माण अगले महीने के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। गुणवत्ता के साथ समय से कार्य पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि लोगों को अधिक परेशानी न हो।-शादाब अख्तर खान, अवर अभियंता, पीएमजीएसवाई।