गढ़ में बदले समीकरण, बसपा से मदन चौहान प्रत्याशी घोषित
गढ़मुक्तेश्वर। गढ़ विधानसभा सीट से तीन बार लगातार विधायक और मनोरंजन कर मंत्री रहे मदन चौहान बसपा से चुनाव लड़ेंगे। सपा व रालोद गठबंधन से टिकट न मिलने के चलते मदन चौहान ने बसपा का दामन थाम लिया। पार्टी मुखिया के आदेश पर हाजी आरिफ का टिकट काटकर मदन चौहान को दिया गया है।
मदन चौहान एनडी तिवारी की पार्टी से 25 वर्ष पहले गढ़ विधानसभा से चुनाव लड़े थे, लेकिन उस समय उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थामा। जिसके बाद लगातार तीन बार गढ़ विधानसभा सीट से सपा से लड़कर जीत दर्ज की, जिसके चलते तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने उन्हें प्रदेश सरकार में ढाई वर्ष के लिए मनोरंजन कर मंत्री भी बनाया था। लेकिन वर्ष 2017 में भाजपा की लहर में वह तीसरे नंबर पर रहे। लेकिन हार के बावजूद भी उन्होंने क्षेत्र नहीं छोड़ा और लगातार क्षेत्र के लोगों के बीच बने रहे। लेकिन इस बार सपा हाईकमान ने मेरठ के पूर्व सांसद हरीश पाल की पुत्रवधू नैना सिंह को गढ़ से प्रत्याशी घोषित कर दिया। जिससे नाराज होकर बुधवार को उन्होंने बसपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
बसपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र भारती ने बताया कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने पूर्व में गढ़ विधानसभा से घोषित प्रत्याशी हाजी आरिफ का टिकट काटकर मदन चौहान को प्रत्याशी बनाया है। जो संभवत: बृहस्पतिवार को नामांकन करेंगे। संवाद