गढ़मुक्तेश्वर (ब्यूरो)। पालिका बोर्ड की बैठक सोमवार को हुई। इसमें तहबाजारी शुल्क लागू करने का प्रस्ताव रखा गया। इसकी भनक लगते ही लोग सड़क पर उतर आए और प्रस्ताव का विरोध किया। बैठक में सबसे पहले गत माह के आय-व्यय का लेखाजोखा पेश कर इसका अनुमोदन कर दिया गया। इसके बाद रविवार को लगने वाली साप्ताहिक पैठ में तहबाजारी शुल्क फिर से लागू करने का प्रस्ताव रखा गया। इसका सदस्य धर्मपाल प्रजापति, सायदा बेगम, तिलकराम जाटव, बबीता, विमला, कुसुम यादव ने विरोध किया। उनका कहना था कि गरीब-मजदूर तबके के हित के मद्देनजर तहबाजारी शुल्क को प्रदेश सरकार ने 6 वर्ष पहले समाप्त कर दिया था। इसे फिर से लागू करने का कोई औचित्य नहीं है। साथ ही बैठक में ब्रजघाट श्मशानघाट में पशुओं के विचरण पर रोक लगाने, पार्किंग ठेके का नाम बदलकर पार्किंग प्लेस करने और भिखारियों की आड़ में श्रद्धालुओं से लूट पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास हुआ। हड़ताल की चेतावनी हाजी हारून, पहलवान शरीफ, जीशान, हाजी सुलेमान, हाजी मरगूब, इकबाल खां, शाहिद जमाना आदि ने गढ़-चौपला पर एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया और पालिका के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने कहा कि सरकार ने 6 वर्ष पहले तहबाजारी को समाप्त कर दिया था। इसे फिर लागू करने से महंगाई बढ़ेगी। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर प्रस्ताव वापस न लिया गया तो भूख हड़ताल करेंगे। पालिका तहसीलदार दिलीप कुमार यादव का कहना है कि जिस तहबाजारी को प्रदेश शासन पहले ही समाप्त कर चुका है, उसे फिर से लागू किया जाना मुमकिन नहीं है।
गढ़मुक्तेश्वर (ब्यूरो)। पालिका बोर्ड की बैठक सोमवार को हुई। इसमें तहबाजारी शुल्क लागू करने का प्रस्ताव रखा गया। इसकी भनक लगते ही लोग सड़क पर उतर आए और प्रस्ताव का विरोध किया।
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बैठक में सबसे पहले गत माह के आय-व्यय का लेखाजोखा पेश कर इसका अनुमोदन कर दिया गया। इसके बाद रविवार को लगने वाली साप्ताहिक पैठ में तहबाजारी शुल्क फिर से लागू करने का प्रस्ताव रखा गया। इसका सदस्य धर्मपाल प्रजापति, सायदा बेगम, तिलकराम जाटव, बबीता, विमला, कुसुम यादव ने विरोध किया। उनका कहना था कि गरीब-मजदूर तबके के हित के मद्देनजर तहबाजारी शुल्क को प्रदेश सरकार ने 6 वर्ष पहले समाप्त कर दिया था। इसे फिर से लागू करने का कोई औचित्य नहीं है। साथ ही बैठक में ब्रजघाट श्मशानघाट में पशुओं के विचरण पर रोक लगाने, पार्किंग ठेके का नाम बदलकर पार्किंग प्लेस करने और भिखारियों की आड़ में श्रद्धालुओं से लूट पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास हुआ।
हड़ताल की चेतावनी
हाजी हारून, पहलवान शरीफ, जीशान, हाजी सुलेमान, हाजी मरगूब, इकबाल खां, शाहिद जमाना आदि ने गढ़-चौपला पर एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया और पालिका के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने कहा कि सरकार ने 6 वर्ष पहले तहबाजारी को समाप्त कर दिया था। इसे फिर लागू करने से महंगाई बढ़ेगी। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर प्रस्ताव वापस न लिया गया तो भूख हड़ताल करेंगे। पालिका तहसीलदार दिलीप कुमार यादव का कहना है कि जिस तहबाजारी को प्रदेश शासन पहले ही समाप्त कर चुका है, उसे फिर से लागू किया जाना मुमकिन नहीं है।
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