पलवाड़ा गांव के ग्रामीणों ने आरक्षण का किया विरोध
गढ़ । गांव पलवाड़ा में राशन की दुकान के एससी वर्ग में आरक्षित होने का विरोध कर ग्रामीणों ने जमकर किया। विरोध के कारण वीडीओ ने बैठक को रद्द कर एसडीएम को रिपोर्ट भेजी है।
गांव पलवाड़ा में सरकारी गल्ले की दो दुकानें हैं। राशन डीलर नेपाल ने प्रधान बनने के बाद दुकान से इस्तीफा दे दिया था। तब से (अक्तूबर 2010) यह दुकान रिक्त चल रही थी। ग्रामीणों की मांग पर एसडीएम ने पंचायत कर दुकान के दोबारा आवंटन का निर्देश दिया था। बृहस्पतिवार को प्रधान नेपाल जाटव की अध्यक्षता में गांव में राशन की दुकान के आवंटन के लिए खुली बैठक बुलाई गई। तभी कुछ लोगों ने दुकान के एससी (पुरुष) आरक्षित होने का विरोध शुरू कर दिया और सामान्य वर्ग में करने की मांग की। ग्राम विकास अधिकारी अमित सैनी और प्रधान के समझाने के बाद भी लोगों ने हंगामा किया। वीडीओ ने बताया कि बैठक निरस्त कर एसडीएम को रिपोर्ट भेजी गई है।
झड़ीना और नानई में चुने गए राशन डीलर
गढ़मुक्तेश्वर। झड़ीना और नानई में राशन डीलर का सर्वसम्मति से चुनाव कर लिया गया। अनियमितता के आरोप में दो साल बर्खास्त हुई गांव झड़ीना की सरकारी गल्ले की दुकान आवंटन के लिए बृहस्पतिवार को खुली बैठक हुई। ओमप्रकाश सैनी की पत्नी रीता को सर्वसम्मति से राशन डीलर चुना गया। अध्यक्षता ग्राम प्रधान सुमन त्यागी और संचालन सेक्रेट्री अशोक कुमार ने किया। उधर, बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव नानई की राशन दुकान भी दो साल पहले बर्खास्त हो गई थी। बृहस्पतिवार को खुली बैठक में अशोक कुमार को राशन डीलर चुन लिया गया।