यूनिवर्सिटी ने 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वालों की मांगी सूची
हापुड़। शहर के बीएड कालेजों में शैक्षिक सत्र 2011-12 में 75 प्रतिशत से कम उपस्थित रहे छात्र-छात्राओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों से अनुपस्थित चल रहे छात्र-छात्राओं की सूची मांगी है। तय माना जा रहा है कि उपस्थिति के बारे में विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार उन पर कार्रवाई की जा सकती है।
बीएड के छात्र-छात्राओं में बड़ी संख्या दूसरे शहरों से आए युवाओं की है। उन्होंने दूसरे शहरों से आकर कोर्स में दाखिला तो ले लिया लेकिन वे उपस्थिति के मानकों का पालन नहीं कर पा रहे हैं। सैकड़ों तो ऐसे भी हैं जो लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं या कभी-कभार ही कॉलेज आते हैं। कुछ कॉलेज भी दूसरे शहरों से आने वाले छात्रों की मजबूरी का लाभ उठाते हुए उनसे उपस्थिति दर्ज करने के एवज में अच्छी ‘सुविधा राशि’ वसूल लेते हैं। माना जा रहा है कि इन्हीं अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के लिए यूनिवर्सिटी ने अनुपस्थित रहने वालों की सूची मांगी है।एसएसपी कालेज के प्राचार्य डा.राजेंद्र कुमार का कहना है कि उनके यहां बीएड की 100 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी द्वारा 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले विद्यार्थियों की सूची मांगी गई है।
टीईटी अभ्यर्थी बनाएंगे शासन पर दबाव
हापुड़। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की ओर से 25 मई को कोर्ट में होने वाली मामले की सुनवाई के पश्चात भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने की मांग को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। इसके लिए 27 मई को डायट परिसर में बैठक हुई। संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष कुशवीर सिंह ने बताया कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय में टीईटी भर्ती प्रक्रिया पर स्थगन आदेश के मामले की सुनवाई होनी है। सभी को उम्मीद है कि न्यायालय इस बारे में 25 मई को ही अपना निर्णय सुना देगी। भर्ती प्रक्रिया निकाय चुनाव से पूर्व शुरू करने की मांग को लेकर शासन पर दबाव बनाने के लिए 27 को होगी। बैठक में जिले के सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी हिस्सा लेंगे। मामले की पैरवी के लिए जिलाध्यक्ष कुशवीर सिंह गुरुवार की शाम को इलाहाबाद के लिए रवाना होंगे।