अजराड़ा के पूर्व प्रधान के बेटे ने तीन लाख में बुलाए थे हत्यारे
छह गिरफ्तार, दो कारें पिस्टल, नगदी बरामद
हापुड़। सपा नेता और अतराड़ा के प्रधान देवेंद्र त्यागी के भाई राकेश त्यागी की हत्या किराए के शूटरों से रंजिश में कराई गई। पुलिस ने इस चर्चित हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि राकेश की हत्या के लिए अजराड़ा के पूर्व प्रधान के बेटे ने सुपारी किलर्स से तीन लाख रुपये में सौदा किया था। पुलिस ने इस मामले में छह को गिरफ्तार किया है। उनके पास से हत्या में प्रयुक्त दोनों कारें, पिस्टल, बंदूक, कारतूस और 34500 रुपये नकद बरामद कर लिए गए हैं। पूर्व प्रधान के पुत्र और उसके अन्य चार साथियों की तलाश की जा रही है।
किठौर मार्ग पर 12 मई को हुई राकेश त्यागी की हत्या का खुलासा करते हुए एसपी अब्दुल हमीद ने बताया कि मंगलवार की शाम को असौड़ा पैठ के पास स्कार्पियों सवार ग्राम बबनपुरा थाना खरखौदा निवासी दिनेश शर्मा, ग्राम अतराड़ा निवासी चन्द्रप्रकाश त्यागी, अतराड़ा निवासी अतुल त्यागी, ग्राम मुरादपुर थाना गजरौला जनपद जेपी नगर निवासी ओमकार व ग्राम हिम्मतपुर थाना सिंभावली निवासी लाला उर्फ मेहर सिंह गुर्जर को गिरफ्तार कर एक बन्दूक, 15 कारतूस, 7.62 बोर के पांच कारतूस और 34500 रुपये नगद बरामद किए गए। उसी रात ग्राम गोहरा थाना बाबूगढ़ निवासी रवि गुर्जर को हत्या में प्रयुक्त वैगनआर कार, पिस्टल और कारतूस के साथ टोल के पास से दबोचा है।
रवि से पूछताछ के आधार पर एसपी ने बताया कि 12 मई को राकेश की फैक्ट्री में काम करने वाले एक व्यक्ति असौड़ा निवासी रिफाकत ने हत्यारों को बताया कि 13 मई को राकेश सुबह 5 से 6 के बीच फैक्ट्री से गांव के लिए निकलेगा। इसी सूचना पर हत्या की प्लानिंग बनी। उस समय रवि के अलावा उनके साथ आवास विकास कालोनी हापुड़ निवासी राजकुमार, संजय गुर्जर व गांधी विहार हापुड़ निवासी फिरोज थे जबकि जबकि रिफाकत, दिनेश और अतुल लगातार सूचनाएं दे रहे थे। राकेश त्यागी के किठौर मार्ग पर कोल्ड स्टोरेज के पास पहुंचते ही, कार से उसकी बाइक में टक्कर मारकर उसे गिरा दिया गया और फिर गोली मार कर हत्या कर दी गई। हत्यारे मौके से सीधे ग्राम अजराड़ा के पूर्व प्रधान बाबू खां के पुत्र इंतजार के पास गए। राजकुमार और फिरोज वहीं रुक गए जबकि संजय अपने रिश्तेदार लाला के घर हिम्मतपुर पहुंचे। उन्होंने हथियार व गाड़ी वहीं छोड़ी और नोएडा निकल गए।
कप्तान ने बताया कि अजराड़ा के पूर्व प्रधान के बेटे इंतजार ने रवि से हत्या के लिए तीन लाख में सौदा किया था। राकेश के बड़े भाई सपा नेता देवेन्द्र पहलवान से उसकी काफी पुरानी रंजिश थी। रवि और उसके भाई संतरपाल ने ही 2006 में देवेन्द्र के छोटे भाई वीरेन्द्र उर्फ बबली समेत दो लोगों की हत्या की थी। हत्याकांड का खुलासा करने के लिए बनाई गई टीमों का नेतृत्व एसओजी गाजियाबाद के प्रभारी अनिल कपरवान, एसओजी पंचशील नगर के प्रभारी पीपी सिंह, थानाध्यक्ष हापुड़ देहात धीरज सिंह ने किया। इंतजार और उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
चोरी की थी वैगन-आर
एसपी के मुताबिक राकेश त्यागी की हत्या में इस्तेमाल वैगन-आर 7 मई को दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल से चोरी की गई थी। बदमाशों ने गाड़ी का नंबर भी नहीं बदला था।
हापुड़। राकेश हत्याकांड में पकड़े गए रवि गुर्जर ने पुलिस को बताया कि उन्हें पहले ही आशंका था कि उसे और संतरपाल को नामजद कराया जाएगा। इसलिए संतरपाल हत्या से पहले ही अन्य मामले में जेल चला गया। राकेश की हत्या के बाद उसने जमानत करा ली थी।
पुलिस टीम को मिला पांच हजार का इनाम
हापुड़। एसपी अब्दुल हमीद ने खुलासे पर एसओजी पंचशील नगर के प्रभारी पीपी सिंह, एसओजी गाजियाबाद के प्रभारी अनिल कपरवान, थानाध्यक्ष हापुड़ देहात धीरज सिंह, उपनिरीक्षक संजय पांचाल, राजीव कौशिक, विवेक शर्मा, हेड कांस्टेबिल अदित्य भाटी, अक्षय शर्मा, कांस्टेबिल विनय शर्मा, अरुण कुमार, सत्येन्द्र सिंह, अशोक कुमार, राजू खान को पांच हजार रुपये के इनाम को घोषणा की है।
किसकी है पिस्टल-बंदूक
हापुड़। पुलिस हत्या में इस्तेमाल बंदूक के मालिक की पड़ताल में भी जुटी है। दिनेश के पास से मिली बंदूक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। पिस्टल के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इन तथ्यों के जरिए इलाके में चल रहे हथियारों के कारोबार पर रोशनी पड़ेगी।