इंद्रगढ़ी के एक घर पर पहुंचे हिजड़े की करतूत
हापुड़। बधाई के पैसे न मिलने पर एक हिजड़े का पारा इतना हाई हो गया कि उसने तीन वर्षीय एक बच्चे को दीवार पर दे मारा। चोटिल बच्चे को नर्सिंग होम ले जाना पड़ा। घायल बच्चे की नानी ने थाना हापुड़ देहात में तहरीर दी है।
मोहल्ला इंद्रगढ़ी निवासी लोकेश की पत्नी नीलम देवी ने तीन दिन पूर्व एक बच्चे को जन्म दिया था। इसकी सूचना मिलने पर एक हिजड़ा लोकेश के घर जा धमकी और बधाई देते हुए 11 हजार रुपये की मांग करने लगी। परिजनों ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए पुत्री के होने पर बधाई देने से इंकार कर दिया। इसे लेकर दोनों में काफी कहासुनी हुई। हाथ से बधाई का पैसा जाता देख हिजड़ा इतना नाराज हुई कि उसने वहां खड़े लोकेश के भांजे तीन वर्षीय नमन को दीवार पर दे मारा। नमन के चेहरे पर गंभीर चोट आई है। उसे नर्सिंग होम में भर्ती कराना पड़ा। बाद में उसे डिस्चार्ज कर दिया गया।
नमन की नानी राजो देवी ने मामले में थाना हापुड़ देहात में तहरीर दी है। मोहल्लावासियों का कहना है कि उक्त हिजड़ा हमेशा अभद्र भाषा का प्रयोग करती है तथा बिना बात हाथापाई पर उतर आती है। पूरा मोहल्ला उससे परेशान हैं।
रुपये ऐंठने को अपनाते हैं हथकंडे
हापुड़ (ब्यूरो)। मान्यता है कि किसी शुभ काम में अगर हिजड़ाें का आर्शीवाद मिल जाए तो उस काम में सफलता तय होती है। बच्चों के जन्म लेने पर भी उनकी बधाई के खास मायने हैं। लेकिन मान्यताओं की आड़ में हिजड़ाें मनमानी बधाई वसूलना अपना हक मान लिया है। यही कारण है कि ऐसे मौकों पर उनके साथ होने वाले विवाद अब अधिक मुखर होकर सामने आने लगे हैं। इंद्रगढ़ी मोहल्ले में हुई घटना भी उसका एक नमूना भर है।
दुकान का उद्घाटन हो या बच्चे का मुंडन, नवजात की बधाई या फिर बहू की अगवानी किन्नरों के समूह ने इसके लिए बाकायदा दरें तय कर रखी हैं। अपनी खुशी से बधाई देने का दौर नहीं रह गया। हिजड़ाें का समूह तरह-तरह के हथकंडे अपना कर जबरन हजारों रुपये ऐंठ लेते हैं। ट्रेनों में सफर करने वाले भी इनके ‘आतंक’ से कभी न कभी दोचार होते ही हैं। मुंहमांगे पैसे न देने पर अपमानित होने से लेकर हाथापाई तक सामान्य बात है।
हिजड़ाें की मोटी कमाई के कारण ही इनका क्षेत्र विवाद अक्सर खून-खराबे वाला हो जाता है। एक दूसरे के क्षेत्र में अतिक्रमण को लेकर पिछले एक साल में चार बार हिजड़ाें का विवाद पुलिस तक पहुंच चुका है। एक बार तो उन्होंने कोतवाली में ही जमकर हंगामा काटा। पिछले साल हिजड़ाें में क्षेत्र के बंटवारे को लेकर इतना विवाद बढ़ा कि रेलवे स्टेशन के पास हिजड़ा खुशबू की तीन नवंबर 2011 को सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना में चंद्र उर्फ चंाद, सुभाष, रविभूषण और पूजा हिजड़ाें को नामजद किया गया था। पांच साल पहले रेलवे स्टेशन के पास ही अमृत विहार लाइन पार मोहल्ले में रहने वाली हिजड़ा राजकुमारी के मकान में डकैती पड़ी। डकैती में हिजड़ाें का हाथ सामने आया था।