दिल्ली का सातवीं और हरियाणा का 12वीं का छात्र गंगा स्नान के दौरान डूबा
गढ़मुक्तेश्वर। वट अमावस्या पर गंगा स्नान के दौरान महिला समेत 12 श्रद्धालु तेज धारा में बह गए। नाविकों ने अपनी जान पर खेल कर 10 को तो बचा लिया लेकिन दो छात्र अपनों के सामने गहरे पानी में डूब गए। देर रात तक उनके शवों की तलाश जाही थी।
रविवार को वट अमावस्या पर दिल्ली के जहांगीरपुरी निवासी नरेश की पत्नी पूजा, मां शांति और बेटे रामविलास तथा सौरभ गंगा स्नान के लिए ब्रजघाट आए थे। गंगा स्नान करते समय सवेरे करीब 11 बजे गंगा स्नान करते समय नरेश का बड़ा बेटा रामविलास गंगा में बहने लगा। उसे बचाने के लिए 12 वर्षीय सौरभ ने भी छलांग लगा दी। दोनों को डूबता देख नाविक भी पानी में कूद पड़े। राम विलास को तो बचा लिया गया लेकिन सातवीं के छात्र सौरभ का पता नहीं चल सका। तट पर सौरभ की मां, दादी और भाई का रो रोकर बुरा हाल था।
उधर, हरियाणा के अलवास भिवानी की नई बस्ती में रहने वाला हुक्मचंद अपने पिता श्रीचंद की अस्थियां विसर्जित करने आया था। अस्थि विसर्जन के बाद परिजन गंगा स्नान कर रहे थे। इसी दौरान हुक्मचंद का 19 वर्षीय बेटा कुलदीप गंगा जल लेने के फेर में गहरे पानी में चला गया। पिता और नाविकों नेे उसे बचाने की काफी कोशिश की, इसका कुछ पता नहीं चला। सौरभ 12वीं का छात्र था।
देर शाम तक गोताखोर उनको गंगा में खोज रहे है लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। दोनों परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल हा रहा है। इनके अलावा दिल्ली से आई चार महिलाएं सुनीता, राखी, रीना तथा अनीता भी गहरे पानी में बह रही थीं लेकिन उन्हें मल्लाहों ने बचा लिया। नोएडा से आए रितेंद्र, मेरठ से आए नरेश एवं सतबीर तथा गाजियाबाद तथा मुरादाबाद से आए तीन श्रद्धालुओं को भी सकुशल बचा लिया गया है।