साइड लगने से बस में बैठे युवक का हाथ कटा, साथ में बैठा युवक जख्मी
हापुड़। बस में लिखे स्लोगन ‘ हाथ बाहर न निकालें’ पढ़ने के बाद भी अनदेखी करना दो युवकों को जिंदगी भर का दर्द ले लाया। पलभर की चूक में किसी वाहन की साइड लगने से एक युवक का हाथ कट कर गिर गया जबकि दूसरे का बुरी तरह कुचल गया।
मेरठ बुलंदशहर के बीच चलने वाली प्राइवेट बस में बुलंदशहर से सवार होकर आ रहे मेरठ के किला परीक्षतगढ़ निवासी बंटी और ग्राम हरौड़ी झारखंड निवासी पप्पू खिड़की की ओर बैठे थे। दोनों ने हाथ शीशे से बाहर निकाल रखा था। बस जैसे ही हाफिजपुर थाना क्षेत्र में सादिकपुर से होकर बाइपास के पास पहुंची तो अज्ञात वाहन की साइड लगने से बंटी का हाथ कटकर सड़क पर गिर गया। जबकि पप्पू का हाथ बुरी तरह घायल हो गया। पुलिस ने घायलों को भर्ती कराया गया। चिकित्सकों का कहना है कि पप्पू के हाथ की स्थिति भी गंभीर है। उसका हाथ बचाने की कोशिश की जा रही है।
सिलाई से लाना चाहता था परिवार की खुशियां
हापुड़। हाथ खोने का दर्द बंटी को शारीरिक पीड़ा से कहीं अधिक आत्मिक पीड़ा दे रहा है। उसके परिवार का भविष्य भी अधर में अटक गया है। गरीब माता-पिता और छोटी बहनों को अच्छी जिंदगी देने के लिए वह सिलाई सीख रहा था ताकि इसी के जरिए वह परिवार हो खुशियां जुटा सके।
परीक्षतगढ़ निवासी 18 वर्षीय बंटी बुलंदशहर के गुलावठी में रहने वाले अपने मामा बिजेन्द्र के घर खुशी-खुशी मिलने के लिए गया था लेकिन दुर्भाग्य ने हालात बदल दिए। लहूलुहान बंटी का खून रोकने में चिकित्सकों को काफी वक्त लग गया। शाम के समय बंटी को सर्जरी के बाद होश आया तो उसने देखा कि उसका एक हाथ कट चुका था। इसे देख वह बदहवास सा हो गया।
मजदूरी करने यूपी आया था
हापुड़। गरीब परिवार में जन्मा पप्पू देव झारखंड से 15 साल की उम्र में हलवाई का काम करने के लिए उत्तर प्रदेश में आया। कानपुर के एक हलवाई की दुकान में काम करने के बाद पिछले करीब सात-आठ महीने से मेरठ में एक हलवाई के यहां काम कर रहा था।