कार-चालक गायब, कैशियर और पुलिस ने दिए गोलमोल जवाब
हापुड़। हाफिजपुर क्षेत्र में चितौली गांव के सामने लूटे गए बैंक के 10 लाख रुपये की गुत्थी उलझ गई है। दरअसल जिस कार में कैश ले जाना बताया जा रहा था, वह कार और उसका ड्राइवर ही गायब हैं। न कैशियर इस बारे में कुछ बता पा रहा है और न ही पुलिस पर ठोस जवाब है। वारदात के बाद करीब चार घंटे पुलिस के साथ गायब रहे कैशियर का दावा है कि वह टैक्सी से कैश ले जा रहा था, मगर चशमदीद का दावा है कि वह स्कूटर पर था। हैरत की बात यह है कि मौके से पुलिस न कार बरामद कर सकी है और न ही स्कूटर। कैशियर के कहे पर कार से कैश लूटना दिखाया गया है, मगर उसका ड्राइवर और कार कहां गई? यह अभी बड़ा सवाल है। अब यदि चालक भागा तो पुलिस उसे क्यों नहीं तलाश रही है। यदि कार का किस्सा मनगंढ़त है तो पुलिस कैशियर को बचा क्यों रही है? फिलहाल एएसपी ललित कुमार सिंह इस गुत्थी को सुलझाने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि इस बिंदु की भी सघन जांच की जाएगी कि बैंक से शाखा तक कैश कैसे ले जाया जा रहा था।
पुलिस के मुताबिक उबारपुर शाखा के कैशियर मेरठ निवासी उमेश कुमार और ततारपुर निवासी मैसेंजर बलबीर ने लूट के बाद सूचना दी कि वे लोग पंजाब नेशनल बैंक हापुड़ की मुख्य शाखा से 10 लाख रुपये लेकर उबारपुर बैंक जा रहे थे। तभी दो बाइक सवार चार बदमाश चितौली के सामने उनसे मारपीट करके कैश लूट ले गए। सूचना को सच मान कर पुलिस मौके और बैंक के चक्कर लगाती रही, लेकिन दोनों कर्मचारी कार या कार चालक के बारे में जानकारी नहीं दे सके। बाद में पुलिस ने भी यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि टैक्सी स्टैंड से उबारपुर के लिए किसी ने भी कार बुक नहीं की। हद तो यह है कि बैंककर्मी जिस कार से 10 लाख रुपये ले जाने का दावा कर रहे हैं, उन्हें उस कार का नंबर या ड्राइवर का नाम तक नहीं पता है।
उधर, सपनावत पुलिस चौकी और पुलिस कंट्रोल रूम को सबसे पहले घटना की जानकारी देने वाले युवक (नाम जानकर नहीं खोला) का कहना है कि लूट के बाद उसने ही कैशियर का गिरा हुआ स्कूटर उठाया था। उसका दूसरा साथी भी पास में ही था। माना जा रहा है कि बैंक वालों को बचाने के लिए पुलिस ने उसे वहां से हटवा दिया। यही वजह रही कि चार घंटे तक पुलिस बैंक वालों को छिपाए घूमती रही। हालांकि रात में पुलिस से बार-बार पूछे जाने पर चश्मदीद युवक को मौके पर बुला लिया। उसका सामना उमेश से कराया जाएगा, ताकि सच सामने आ सके।
बदमाशों को थी कैश की सटीक खबर
हापुड़ (ब्यूरो)। हाफिजपुर थाना क्षेत्र के गांव उबारपुर स्थित सर्व यूपी ग्रामीण बैंक के 10 लाख रुपये पीएनबी हापुड़ से ले जाने की बदमाशों को सटीक सूचना थी। इसीलिए लुटेरे वारदात कर आराम से फरार हो गए।
गांव उबारपुर में करीब 23 साल से सर्व यूपी ग्रामीण बैंक की शाखा स्थापित है। इस शाखा में लगभग हर रोज नगर से कैश ले जाया जाता है। पुलिस का अनुमान है कि बदमाशों को सोमवार को उक्त बैंक के कैशियर उमेश कुमार और मैसेंजर बलबीर सिंह द्वारा पीएनबी हापुड़ की मुख्य शाखा से कैश ले जाने की सटीक सूचना थी। बदमाश चितौली के सामने वारदात कर आराम से भाग गए। आशंका है पीएनबी से निकलने के बाद से ही बदमाश कैश ले जाने वाली कार का पीछा कर रहे हों। कैशियर उमेश कुमार ने अज्ञात बदमाशों पर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
एक हजार रुपये के लिए दांव पर लगा देते थे कैश!
हापुड़। एसओ ने बैंककर्मियों से सवाल किया कि उन्होंने बिना सुरक्षा गार्ड के कैश क्यों निकाला तो जवाब मिला कि वे पहले भी कई बार ऐसे ही कैश ले जा चुके हैं। जबकि शाखा पर एक सिपाही और एक होमगार्ड तैनात हैं। इतना ही नहीं कार के बजाय स्कूटर से कैश ले जाने के नए एंगल के बाद यह भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या कार के किराए के रूप में मिलने वाले एक हजार से 1200 रुपये बचाने के लिए वे बैंक कैश दांव पर लगा देते थे।
लापरवाही की होगी जांच : आरएम
हापुड़। सर्व यूपी ग्रामीण बैंक के आरएम प्रहलाद सिंह ने कहा कि बैंककर्मियों ने पुलिस से सुरक्षाकर्मियों की मांग क्यों नहीं की, इसकी जांच की जाएगी। बदमाशों की तलाश में पुलिस की 3 टीमें मेरठ, नोएडा,बुलंदशहर के लिए रवाना की गई है।