टौणी देवी (हमीरपुर)। सरकार ने लगभग पंाच माह पहले गांव स्तर पर जाति आधारित जनगणना के कार्य को पूरा कराया था, लेकिन इस कार्य को निपटाने में लगे सैकड़ों कर्मियों को पारिश्रमिक नहीं दिया जा रहा। पर्यवेक्षकों को तो अभी तक एक फूटी कौड़ी नहीं मिल पाई है।
मिली जानकारी के अनुसार जनवरी में सरकार ने जाति आधारित जनगणना करवाई थी। इसमें विकास खंड के कर्मियों व शिक्षकों की तैनाती की गई थी। प्रगणकों व पर्यवेक्षकों ने दिन रात एक कर इस कार्य को पूरा कराया था। प्रगणकाें को जनगणना की एक समान राशि का भुगतान किया जाना था, लेकिन तहसील स्तर पर अलग-अलग राशि का भुगतान किया जा रहा है। इससे प्रगणकों में रोष है। भोरंज तहसील के प्रगणकों को 4800 रुपये, हमीरपुर में 12300 और सुजानपुर में 16300 का भुगतान किया गया। कार्य में लगे दर्जनों पर्यवेक्षकों को पारिश्रमिक का भुगतान नहीं हो पाया है।
वहीं जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी अजीत भारद्वाज का कहना है कि एक प्रगणक की चार इंवरटेशन ब्लाक में ड्यूटी लगी थी तथा कुछ में ज्यादा लगा दिए थे। इससे यह समस्या आई है, इसके बावजूद इसे दोबारा चेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनगणना में लगे पर्यवेक्षकों के पारिश्रमिक का ड्राफ्ट तैयार कर दिया गया है तथा इसका भुगतान जल्द ही कर दिया जाएगा।