टौणी देवी (हमीरपुर)। टौणी देवी के पास बाहल गांव के जंगल में लगी आग ने एक गौशाला को अपनी चपेट में ले लिया, लेकिन तीन गांवों, लोक निर्माण विभाग के स्टोर को आग की भेंट चढ़ने से बचा लिया गया। इसमें ग्रामीणों के साथ ही दमकल विभाग के कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। अन्यथा आग से करोड़ों रुपये की संपति खाक हो सकती थी। आग के भयावह रूप को देखकर ग्रामीण अभी भी दहशत में हैं।
गवारडू, टपरे पंचायत की सीमा पर सटे जंगल में वीरवार को दिन के समय अचानक आग लग गई। देखते ही देखते पूरा क्षेत्र जलाकर राख कर दिया। तेज हवा के चलते आग पर ग्रामीणों को काबू पाना मुश्किल हो गया था। इसी दौरान आग की लपटों ने बाहल गांव की बर्फी देवी की गौशाला को चपेट में ले लिया। ग्रामीणों ने इसे बुझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन गौशाला राख हो गई। ग्रामीणों की मुस्तैदी और दमकल विभाग के समय पर पहुंचने से लोक निर्माण विभाग के काहलवा स्थित स्टोर को बचा लिया गया। इसमें तारकोल के साथ ही करोड़ों रुपये की मशीनरी और अन्य सामान पड़ा हुआ था। गवारडू पंचायत के प्रधान अनिल काकू, महिला मंडल बाहल, गवारडू के साथ ही परनाली गांव के अजय शर्मा, वाटर गार्ड रवि, झोखर गांव के जोगिंद्र चौहान, हैप्पी, मोनू सहित युवक और महिला मंडल झोखर ने पूरा सहयोग प्रदान किया। कुछ लोगों के आग को बुझाते समय कपडे़ तक जल गए। दमकल विभाग के कर्मियों ने भी सहयोग प्रदान किया।