हमीरपुर। एचआरटीसी कर्मचारियों द्वारा आठ घंटे सेवाएं देने से दूसरे दिन करीब डेढ़ दर्जन रूट प्रभावित हुए। लोकल रूटों सहित दो लंबे रूटों पर भी निगम की बसें नहीं दौड़ पाई हैं। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, और घंटों बस स्टेंड पर रुकने के बाद निजी बसों में गंतव्य की ओर रवाना होना पड़ा।
आठ घंटे सेवाएं देने से बुधवार को सुबह साढ़े 9 बजे हमीरपुर से चबूतरा वाया अमरोह पसतल, सवा 9 बजे हमीरपुर से अमृतसर, 11:55 पर हमीरपुर से जाहू वाया अवाहदेवी, दोपहर 12 बजे मुद्रिका बस हमीरपुर से पटनौण, 12:15 पर हमीरपुर से बैजनाथ (चंडीगढ से बैजनाथ), 1:00 बजे हमीरपुर से कक्डियार वाया तरोपका, 1:30 पर हमीरपुर से मंडी, तीन बजे हमीरपुर सेे जंदडू वाया कोट कलंझड़ी, तीन बजे हमीरपुर से मतोह वाया गलोड़, चार बजे हमीरपुर से जंगलबैरी, साढ़े चार बजे हमीरपुर से पटनौण, पौने पांच बजे हमीरपुर से सरकाघाट, साढ़े पांच बजे हमीरपुर से नेरी कश्मीर आदि रूटों पर निगम की बसें नहीं दौड़ सकी। इससे यात्रियों को बुधवार को दिनभर दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
यात्रियों में अमरीक सिंह, कुलदीप कुमार, विजेंद्र कुमार, अमर सिंह, संसार चंद, संतोष कुमार, देशराज, विवेक कुमार, अमन दीप, कुलवीर, जगदीश, आशा कुमारी, रीता रानी, सोमा देवी, कल्पना, सरीता, अमित कुमार, सोनू आदि कहना है कि निगम की बसें निर्धारित रूटों पर न चलने से उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि बसों के निर्धारित रूट पर न चलने से उन्हें घंटों गर्मी से जूझना पड़ा, और निजी बसों में गंतव्य पर रवाना होना पड़ा। हमीरपुर से अमृतसर रूट पर जाने वाले यात्रियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उधर, क्षेत्रीय प्रबंधक आरएम का कहना है कि कर्मचारियों द्वारा आठ घंटेे सेवाएं देने से रूट प्रभावित हुए हैं।