{"_id":"30721","slug":"Hamirpur-30721-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"कक्षाओं से बाहर रहे जेबीटी प्रशिक्षु","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
कक्षाओं से बाहर रहे जेबीटी प्रशिक्षु
Hamirpur
Updated Thu, 24 May 2012 12:00 PM IST
हमीरपुर। निजी शिक्षण संस्थानों के जेबीटी प्रशिक्षु सरकार के खिलाफ हो गए हैं। प्रशिक्षुओं ने कक्षाओं का बहिष्कार कर सरकार के प्रति रोष प्रकट किया है। जेबीटी सत्र 2011-13 के सभी प्रशिक्षुओं ने बुधवार को कक्षाओं का बहिष्कार किया और सरकार के अन्याय पूर्ण रवैये के खिलाफ रोष प्रकट किया।
प्रशिक्षुओं ने कहा कि जब तक मांगाें को पूरा नहीं किया जाता तब तक कक्षाओं का बहिष्कार चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार जेबीटी प्रशिक्षुओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जेबीटी प्रशिक्षुओं अनिल कुमार, आत्मा राम, सुभाष, दिनेश, सुशील, सुरजीत, दीपक, हीरा सिंह, हेमराज, अश्वनी, विशाल, पंकज, सुनील, प्रवीण, शिवानी, सुमन, निशा, रेणू, दीपिका, मीनाक्षी, अर्चना, बबिता, वनीता, मधुमालनी, मीना, रींकल, उर्मिला, संतोष, अनुजा, तृप्ता, पूनम, भारती, मंजू, ज्योति, शिखा, कंचन ने सरकार से टैट के साथ ईटीटी और एनटीटी को न थोपने मांग की है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब जेबीटी के लिए प्रवेश परीक्षा करवाई गई थी उस समय नौकरी के लिए टैट जैसी कोई भी परीक्षा की बात नहीं बताई गई थी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जेबीटी नौकरी के लिए बैच 2011-13 के लिए टैट परीक्षा न ली जाए। जब तक बैच 2011-13 के सभी प्रशिक्षु नौकरी प्राप्त नहीं कर लेते तब तक नया सत्र न बैठाया जाए। बाहरी राज्यों से डिप्लोमाधारकों को किसी भी स्तर पर जेबीटी के समकक्ष न लाया जाए तथा जल्द ही जेबीटी के पक्ष में कोई ठोस नीति बनाई जाए।
हमीरपुर। निजी शिक्षण संस्थानों के जेबीटी प्रशिक्षु सरकार के खिलाफ हो गए हैं। प्रशिक्षुओं ने कक्षाओं का बहिष्कार कर सरकार के प्रति रोष प्रकट किया है। जेबीटी सत्र 2011-13 के सभी प्रशिक्षुओं ने बुधवार को कक्षाओं का बहिष्कार किया और सरकार के अन्याय पूर्ण रवैये के खिलाफ रोष प्रकट किया।
प्रशिक्षुओं ने कहा कि जब तक मांगाें को पूरा नहीं किया जाता तब तक कक्षाओं का बहिष्कार चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार जेबीटी प्रशिक्षुओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जेबीटी प्रशिक्षुओं अनिल कुमार, आत्मा राम, सुभाष, दिनेश, सुशील, सुरजीत, दीपक, हीरा सिंह, हेमराज, अश्वनी, विशाल, पंकज, सुनील, प्रवीण, शिवानी, सुमन, निशा, रेणू, दीपिका, मीनाक्षी, अर्चना, बबिता, वनीता, मधुमालनी, मीना, रींकल, उर्मिला, संतोष, अनुजा, तृप्ता, पूनम, भारती, मंजू, ज्योति, शिखा, कंचन ने सरकार से टैट के साथ ईटीटी और एनटीटी को न थोपने मांग की है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब जेबीटी के लिए प्रवेश परीक्षा करवाई गई थी उस समय नौकरी के लिए टैट जैसी कोई भी परीक्षा की बात नहीं बताई गई थी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जेबीटी नौकरी के लिए बैच 2011-13 के लिए टैट परीक्षा न ली जाए। जब तक बैच 2011-13 के सभी प्रशिक्षु नौकरी प्राप्त नहीं कर लेते तब तक नया सत्र न बैठाया जाए। बाहरी राज्यों से डिप्लोमाधारकों को किसी भी स्तर पर जेबीटी के समकक्ष न लाया जाए तथा जल्द ही जेबीटी के पक्ष में कोई ठोस नीति बनाई जाए।