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हमीरपुर। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ का अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बीएसए कार्यालय गेट पर क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी रहा जारी। इस दौरान टीचरों ने कहा कि मांगे न माने जाने पर विद्यालयों को बंद कराकर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग के गेट पर सोमवार को संघ के अध्यक्ष रामप्रकाश साहू के नेतृत्व में क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी रहा जारी। साहू ने कहा कि परिषदीय टीचरों को शासनादेश के मुताबिक माह की प्रत्येक सात तारीख क ो वेतन देय है।
लेकिन 27 वर्ष से एक ही सीट पर जमे लिपिक मनमानी पर उतारू हैं। अवशेष देयक में 16 से 65 प्रतिशत तथा चार वर्षों से लंबित बोनस माह सितंबर 2012 में पर्याप्त ग्रांट आने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया है।
महामंत्री राजबहादुर दक्ष ने कहा कि खंडशिक्षा अधिकारियों के मौखिक आदेश पर टीचरों ने चिह्नित फर्मों से ड्रेसों की खरीददारी की लेकिन अब उन्हें निलंबित किया जा रहा है। टीचरों की बहाली की मांग शामिल है। कोषाध्यक्ष अमित त्रिपाठी ने कहा कि वेतन निकालने के लिए हाफ डे दिया जाए। साथ ही आकस्मिक अवकाश से दी जाने वाली सूचना पर यदि व्यवहार रजिस्टर में दर्ज कर दिया जाए तो उसे मान्य किया जाए।
उन्होंने रसोइयों का मानदेय, जीपीएफ पासबुक, लेखा पर्ची उपलब्ध कराई जाए। अंतर जनपदीय टीचरों का चार माह का लंबित वेतन दिलाए जाने जैसी मांगे शामिल हैं। कहा कि यदि मांगे नहीं मानीं गईं तो वह जनपद के सभी विद्यालयों को बंद कराकर प्रदर्शन को बाध्य होंगे। क्रमिक अनशन पर मंगलवार को संघ के अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष दावर अली गीताकुमारी, मंजरी सिंह, सुबराती, नौशाद खां, बद्रीप्रसाद, धनीराम, रामापाल, दिलीप नायक, दिनेश सिंह, सुरेश सोनकर, सतेंद्र कुमार, संदीपा, अंजना, सीताराम, रामजीवन, रामचंद्र, भगवानदीन, महेंद्र पांडेय सहित अन्य टीचर बैठे।
हमीरपुर। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ का अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बीएसए कार्यालय गेट पर क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी रहा जारी। इस दौरान टीचरों ने कहा कि मांगे न माने जाने पर विद्यालयों को बंद कराकर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग के गेट पर सोमवार को संघ के अध्यक्ष रामप्रकाश साहू के नेतृत्व में क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी रहा जारी। साहू ने कहा कि परिषदीय टीचरों को शासनादेश के मुताबिक माह की प्रत्येक सात तारीख क ो वेतन देय है।
लेकिन 27 वर्ष से एक ही सीट पर जमे लिपिक मनमानी पर उतारू हैं। अवशेष देयक में 16 से 65 प्रतिशत तथा चार वर्षों से लंबित बोनस माह सितंबर 2012 में पर्याप्त ग्रांट आने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया है।
महामंत्री राजबहादुर दक्ष ने कहा कि खंडशिक्षा अधिकारियों के मौखिक आदेश पर टीचरों ने चिह्नित फर्मों से ड्रेसों की खरीददारी की लेकिन अब उन्हें निलंबित किया जा रहा है। टीचरों की बहाली की मांग शामिल है। कोषाध्यक्ष अमित त्रिपाठी ने कहा कि वेतन निकालने के लिए हाफ डे दिया जाए। साथ ही आकस्मिक अवकाश से दी जाने वाली सूचना पर यदि व्यवहार रजिस्टर में दर्ज कर दिया जाए तो उसे मान्य किया जाए।
उन्होंने रसोइयों का मानदेय, जीपीएफ पासबुक, लेखा पर्ची उपलब्ध कराई जाए। अंतर जनपदीय टीचरों का चार माह का लंबित वेतन दिलाए जाने जैसी मांगे शामिल हैं। कहा कि यदि मांगे नहीं मानीं गईं तो वह जनपद के सभी विद्यालयों को बंद कराकर प्रदर्शन को बाध्य होंगे। क्रमिक अनशन पर मंगलवार को संघ के अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष दावर अली गीताकुमारी, मंजरी सिंह, सुबराती, नौशाद खां, बद्रीप्रसाद, धनीराम, रामापाल, दिलीप नायक, दिनेश सिंह, सुरेश सोनकर, सतेंद्र कुमार, संदीपा, अंजना, सीताराम, रामजीवन, रामचंद्र, भगवानदीन, महेंद्र पांडेय सहित अन्य टीचर बैठे।